Wedding Season: दिवाली के बाद शादी-ब्याह के सीजन पर झवेरी बाजार की नजर, बिक्री में 30 प्रतिशत इजाफे की उम्मीद
थर्ड आई न्यूज
मुंबई I पांच दिनों का दिवाली का पर्व सोमवार को समाप्त होने जा रहा है, जिसके बाद ज्वेलर्स की नजरे शादी ब्याह के सीजन पर टीकी हुई हैं। रिटेल ज्वेलर्स और झवेरी बाजार पूरी तरह से शादी ब्याह के सीजन की बिक्री के लिए तैयार हो गया है। ज्वेलर्स का कहना है कि इस साल शादी ब्याह का सीजन अच्छा जाने की उम्मीद है, जिसके लिए हम पहले से तैयार हैं। नवंबर से लेकर मार्च तक शादी-ब्याह के मुर्हूत होने की वजह से ज्वेलर्स को 30 प्रतिशत से अधिक बिक्री की उम्मीद है। रिद्धिसिद्धि बुलियन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक पृथ्वीराज कोठारी का कहना है कि शादी ब्याह के अवसर पर बिक्री बढ़ने की संभावना है, क्योंकि यह भारतीयों परिवारों के लिए यह बड़ा इवेंट होता है। कॉन्फडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने हाल भी बताया कि 2023 में 11 के मुकाबले इस साल 18 शादी ब्याह के शुभ मर्हुत है जिसके कारण कारोबार में वृद्धि होगी। अकेले राजधानी नई दिल्ली में इस सीजन में 4.5 लाख शादियों से 1.5 लाख करोड़ रुपये के व्यापार का अनुमान जताया गया है।
30 प्रतिशत से अधिक बिक्री की उम्मीद :
जेम्स एंड ज्वेलरी एंड प्रमोशन काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष नीतिन खंडेलवाल बताते हैं कि शादी ब्याह में बिक्री इसलिए भी बढ़ेगी, क्योंकि इसके लिए पहले से अलग से एक बजट निर्धारित होता है। त्योहारों पर इसके लिए कोई बजट नहीं होता, लोगों ने सोना शगुन और शुभता के लिए खरीदते हैं, वहीं शादी ब्याह के लिए यह जरूरी होता है। इसलिए बिक्री बढ़ने की पूरी संभावना ज्वेलर्स को है। मुंबई ज्वेलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कुमार जैन बताते हैं कि शादी ब्याह को लेकर 25 से 30 प्रतिशत तक की खरीदारी ग्राहकों ने तब की थी जब सरकार ने सोने के आयात शुल्क को 15 प्रतिशत से घटाकर 6 प्रतिशत किया था। मौजूदा समय में शादी ब्याह को लेकर अच्छी खरीदारी होने की संभावना है। दिवाली पर सोने के ऊंचे दाम की वजह से बिक्री कम रही, लेकिन चांदी की खरीदारी 33 प्रतिशत रही। शादी ब्याह के सीजन में 30 प्रतिशत से अधिक बिक्री की उम्मीद झवेरी बाजार को है।
ब्राइडल ज्वेलरी की हिस्सेदारी 55 प्रतिशत :
वहीं ब्रांडेड ज्वेलर्स भी इस अवसर का लाभ उठाने के लिए तैयारी कर चुके हैं। जिसके लिए कई तरह के कलेक्शन बाजार में लॉन्च हुए हैं। ग्राहकों को इस अवसर पर आभूषण की बनावाई यानी मेकिंग चार्ज पर 20 प्रतिशत की छूट भी ज्यादातर ब्रांड दे रहे है। मोतीलाल ओसवाल की एक रिपोर्ट के अनुसार भारतके आभूषण बाजार में ब्राइडल ज्वेलरी की हिस्सेदारी 55 प्रतिशत है, जबकि प्रतिदिन पहने जाने वाली ज्वेलरी की हिस्सेदारी 30 से 35 प्रतिशत है। वहीं त्योहारों के मौके पर खरीदी जाने वाली ज्वेलरी की हिस्सेदारी 30 से 40 प्रतिशत की है।
सोने-चांदी का आज का भाव :
02/11/2024 का भाव, जीएसटी के बिना
सोना
999 Rs 78425
995 Rs 78121
916 Rs 71837
750 Rs 58819
585 Rs 45879
चांदी
999 Rs 93501.