पूर्वोत्तर में बारिश से हालात बदतर: शाह ने स्थिति की ली जानकारी, कहा- मदद के लिए मोदी सरकार चट्टान की तरह खड़ी

थर्ड आई न्यूज
नई दिल्ली I पूर्वोत्तर भारत में बारिश से हाल बेहाल है। यहां चरम मौसमी स्थितियों से उपजे हालातों में 14 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। जहां बाढ़ के कारण असम में ही करीब 78 हजार लोग प्रभावित हुए हैं वहीं, अरुणाचल प्रदेश, असम और मिजोरम में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्वोत्तर के चार राज्यों असम, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के मुख्यमंत्रियों और मणिपुर के राज्यपाल से बात कर हालात की जानकारी ली I
गृहमंत्री ने ली हालात की जानकारी :
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर बताया है कि असम, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों और मणिपुर के राज्यपाल से उनके राज्यों में जारी भारी बारिश के मद्देनजर बात की। साथ ही उन्हें किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पूर्वोत्तर के लोगों के समर्थन में चट्टान की तरह खड़ी है।
असम सबसे ज्यादा प्रभावित :
गौरतलब है कि भारी बारिश के कारण पूर्वोत्तर राज्यों के कई हिस्से बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं। बाढ़ के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित असम है, जहां 15 से अधिक जिलों में 78,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। पिछले कुछ दिनों में राज्य भर में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ के कारण सड़क परिवहन और ट्रेन और नौका सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।
वहीं, पिछले दो दिनों में अरुणाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश के कारण हुए भूस्खलन में नौ लोगों की मौत हो गई है। इसी तरह सिक्किम में भी लगातार हो रही बारिश से हालत खराब हैं। यहां भूस्खलन के कारण शनिवार को उत्तरी सिक्किम के विभिन्न हिस्सों में लगभग 1,500 पर्यटक फंस गए। सिक्किम के मंगन जिले में गुरुवार रात को एक वाहन के तीस्ता नदी में गिर जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, दो घायल हो गए और आठ अन्य लापता हो गए। वाहन में 11 पर्यटक सवार थे।
त्रिपुरा में 1300 परिवारों ने ली राहत शिविर में शरण :
पिछले दो दिनों से लगातार बारिश के कारण त्रिपुरा में भी हाल बेहाल हैं। राज्य में भारी बारिश के कारण लगभग 1300 परिवारों ने पश्चिमी त्रिपुरा जिले में सरकारी राहत शिविरों में शरण ली है। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने रविवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण पश्चिमी त्रिपुरा जिले के विभिन्न हिस्सों में भयंकर बाढ़ आ गई है। इसके कारण लगभग 1300 परिवारों को सुरक्षा के लिए सरकारी आश्रय गृहों में स्थानांतरित कर दिया गया है। राज्य सरकार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों पर कड़ी निगरानी रख रही है।
इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 1 जून से 5 जून, 2025 के बीच त्रिपुरा में भारी से बहुत भारी वर्षा और आंधी-तूफान की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने अलग-अलग इलाकों, खास तौर पर धलाई और पश्चिमी त्रिपुरा जिलों में, बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। कुछ इलाकों में बिजली चमकने और तेज़ हवाएँ (40-50 किलोमीटर प्रति घंटे) चलने के साथ गरज के साथ बारिश होने की भी संभावना है।
उफनती नदी में फंसे 14 लोगों को वायुसेना ने बचाया :
इस बीच, असम-अरुणाचल सीमा पर उफनती बोमजीर नदी में फंसे 14 लोगों को भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के जवानों ने बचाया। तिनसुकिया के जिला आयुक्त स्वप्निल पॉल ने राहत अभियान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उनके अनुरोध पर सुबह के समय बचाव अभियान चलाया गया। अधिकारी ने बताया कि सभी 14 लोगों को वापस घर भेज दिया गया है।