विश्व पर्यावरण दिवस पर नगांव में कई कार्यक्रमों का आयोजन :नाटक, पौधारोपण व जनजागरूकता से सुसज्जित रहा पर्यावरण संरक्षण का संदेश

थर्ड आई न्यूज
नगांव से जयप्रकाश सिंह
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर नगांव जिले में विभिन्न शिक्षण संस्थानों, प्रशासनिक निकायों एवं सामाजिक संगठनों द्वारा पर्यावरण संरक्षण को समर्पित विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
प्रमुख कार्यक्रम डचन उच्चतर माध्यमिक बहुमुखी विद्यालय में आयोजित हुआ, जहां असम राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद, नगांव अंचलिक कार्यालय के तत्वावधान में विशेष आयोजन किया गया। इस अवसर पर नवरूप जातीय विद्यापीठ के विद्यार्थियों द्वारा प्रसिद्ध नाट्यकार शोनित कुमार बोरा के निर्देशन में “प्लास्टिक मैन” थीम पर आधारित एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसने दर्शकों को गहराई से प्रभावित किया। इसके उपरांत एक जनसभा का आयोजन हुआ जिसमें पर्यावरणीय मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया।
इसी क्रम में नगांव बालिका महाविद्यालय एवं नगांव चिकित्सा महाविद्यालय में भी विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। स्थानीय विधायक रूपक शर्मा ने इन अवसरों पर पौधारोपण किया तथा दो प्राचीर पत्रिकाओं का लोकार्पण भी किया।
नगरपालिका की ओर से हैबरगांव हाई स्कूल में पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ, वहीं नगांव जिला प्रशासन ने संस्कृत केंद्र के माध्यम से विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर प्लास्टिक प्रदूषण के विरुद्ध नुक्कड़ नाटकों का आयोजन कर जनजागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया।
इसी कड़ी में कलियाबर उपजिला प्रशासन एवं वन विभाग के संयुक्त सहयोग से कामाख्या गांव की दो बीघा एक लोसा सरकारी भूमि पर वृक्षारोपण कार्य आरंभ किया गया। इस कार्य का उद्घाटन नगांव के उपायुक्त नरेंद्र कुमार शाह ने किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “वातावरण की सुरक्षा एवं वन्य प्राणियों के साथ मानव के टकराव को कम करने हेतु वृक्षारोपण एक सशक्त उपाय है।”
कार्यक्रम में क्षेत्रीय वन अधिकारी सुहास कदम, पुलिस अधीक्षक स्वप्ननिल डेका, कलियाबर के उपसंभागीय आयुक्त राज बरुवा समेत कई अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
उधर, वृहत्तर आंचलिक सचेतन नागरिक मंच द्वारा महखुली स्थित पीएम श्री शाहिद अनिल बोरा स्मृति उच्च माध्यमिक विद्यालय में भी विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विधायक रूपक शर्मा ने पर्यावरण पर अपने विचार व्यक्त करते हुए वृक्षारोपण में भाग लिया।
जिले के विभिन्न विद्यालयों में भी छात्र-छात्राओं द्वारा पौधारोपण एवं पौध वितरण कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिससे पर्यावरण संरक्षण के प्रति नई पीढ़ी में जागरूकता का संचार हुआ।