Header Advertisement     

Market Closing Bell: शेयर बाजार लाल निशान पर हुआ बंद; सेंसेक्स 287 अंक टूटा, निफ्टी भी फिसला

थर्ड आई न्यूज

नई दिल्ली I बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी बुधवार को शुरुआती बढ़त खोकर नीचे आ गए। अमेरिकी टैरिफ की समयसीमा से पहले एचडीएफसी बैंक, एलएंडटी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में बिकवाली के कारण यह गिरावट आई। कारोबारियों ने कहा कि बाजारों से विदेशी पूंजी का पलायन और वैश्विक शेयर बाजारों में मिले-जुले रुख से निवेशकों की धारणा पर असर पड़ा। डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे गिरकर 85.71 (अनंतिम) पर बंद हुआ।

शुरुआती उत्साह के बाद बीएसई सेंसेक्स ने अपनी गति खो दी और 287.60 अंक या 0.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 83,409.69 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 546.52 अंक या 0.65 प्रतिशत गिरकर 83,150.77 पर आ गया। वहीं एनएसई निफ्टी 88.40 अंक या 0.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,453.40 अंक पर बंद हुआ।

क्या रहा सेंसेक्स कंपनियों का हाल?
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में बजाज फिनसर्व, लार्सन एंड टूब्रो, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और कोटक महिंद्रा बैंक प्रमुख रूप से पिछड़ गए। हालांकि, टाटा स्टील, एशियन पेंट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट और ट्रेंट में सबसे ज्यादा लाभ रहा।

अमेरिक टैरिफ समयसीमा से पहले निवेश सतर्क :
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि मिले-जुले वैश्विक संकेत खासतौर पर अमेरिकी टैरिफ समयसीमा से पहले, निवेशक सतर्क दिखाई दिए। बाजार का ध्यान धीरे-धीरे चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही की आय पर केंद्रित हो रहा है, इससे बड़ी उम्मीदें हैं। उन्होंने आगे कहा कि मजबूत आर्थिक बुनियादी ढांचे और बढ़े हुए सरकारी खर्च जैसे अंतर्निहित रुझान बाजार के लचीलेपन का समर्थन करते हैं। हालांकि, हालिया तेजी के चरम स्तर पर होने के कारण, निकट भविष्य में सतर्कता जारी रहने की उम्मीद है।

विनिर्माण क्षेत्र में वृद्धि दर 14 महीने की उच्चतम स्तर पर पहुंची :
एक मासिक सर्वेक्षण में मंगलवार को कहा गया कि भारत के विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर जून में 14 महीने के उच्चतम स्तर 58.4 पर पहुंच गई। यह उत्पादन और नए ऑर्डरों में सुधार के साथ-साथ रोजगार में रिकॉर्ड वृद्धि का परिणाम है। मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स , जो क्षेत्र के प्रदर्शन का सूचक है, मई में 57.6 था।

जून में सकल जीएसटी संग्रह 6.2 प्रतिशत बढ़कर 1.84 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया, लेकिन पिछले दो महीनों में दर्ज 2 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े से नीचे आ गया। मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, एक साल पहले जीएसटी संग्रह 1.74 लाख करोड़ रुपये था।

यूरोपीय बाजारों में आया उछाल :
एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225 सूचकांक और शंघाई का एसएसई कम्पोजिट सूचकांक नीचे बंद हुए, जबकि हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक ऊपर बंद हुआ। मध्य सत्र के सौदों में यूरोपीय बाजार सकारात्मक क्षेत्र में कारोबार कर रहे थे। मंगलवार को अमेरिकी बाजार मिले-जुले रुख पर बंद हुए।

ब्रेंट क्रूड का भाव बढ़कर 67.69 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.86 प्रतिशत बढ़कर 67.69 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 1,970.14 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। मंगलवार को सेंसेक्स 90.83 अंक या 0.11 प्रतिशत बढ़कर 83,697.29 पर बंद हुआ। निफ्टी 24.75 अंक या 0.10 प्रतिशत बढ़कर 25,541.80 पर बंद हुआ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *