Market Closing Bell: गिरावट के साथ बंद हुआ बाजार; सेंसेक्स 247 अंक लुढ़का, निफ्टी भी फिसला

थर्ड आई न्यूज

नई दिल्ली I आईटी शेयरों में बिकवाली और विदेशी पूंजी निकासी के बीच बेंचमार्क शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में सोमवार को गिरावट दर्ज की गई। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 247.01 अंक या 0.30 प्रतिशत गिरकर 82,253.46 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 490.09 अंक या 0.59 प्रतिशत गिरकर 82,010.38 पर आ गया था, लेकिन कारोबार समाप्ति तक इसने कुछ हद तक अपनी भरपाई कर ली। वहीं 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 67.55 अंक या 0.27 प्रतिशत गिरकर 25,082.30 पर बंद हुआ। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 18 पैसे गिरकर 85.98 (अनंतिम) पर बंद हुआ।

9 जुलाई से अब तक चार दिनों की गिरावट में सेंसेक्स में लगभग 1,460 अंक या 1.75 प्रतिशत की गिरावट आई। वहीं निफ्टी में 440 अंक या 1.73 प्रतिशत की गिरावट आई है। हालांकि, व्यापक सूचकांकों ने बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन किया, जिसमें मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में 0.71 प्रतिशत से 1.04 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई।

सेंसेक्स कंपनियों का हाल?
सेंसेक्स की कंपनियों में एशियन पेंट्स में सबसे ज़्यादा 1.58 प्रतिशत की गिरावट आई। टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, इंफोसिस, एचसीएल टेक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, लार्सन एंड टुब्रो और टाटा मोटर्स के शेयर भी गिरावट में रहे। हालांकि, इटर्नल, टाइटन, महिंद्रा एंड महिंद्रा और आईटीसी लाभ में रहे।

बाजार में सतर्क हैं निवेशक :
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार में मुनाफावसूली और सतर्कता का माहौल बना हुआ है। टैरिफ से जुड़ी खबरें और कमजोर तिमाही नतीजों की शुरुआत निवेशकों को संवेदनशील बना रही है। साथ ही, शेयरों के मूल्य भी पिछले 3 वर्षों के उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रहे हैं। हालांकि, कुछ खास सेक्टर्स में अभी भी तेजी देखी जा रही है। हेल्थकेयर, रियल एस्टेट, कंज्यूमर और डिस्क्रीशनरी सेक्टर में निवेशकों की रुचि बनी हुई है। दूसरी ओर, आईटी सेक्टर कमजोर बना हुआ है क्योंकि वित्त वर्ष 2025-26 में इसके मुनाफे में गिरावट आने का जोखिम है।

यूरोपीय बाजार में आई गिरावट :
एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी, शंघाई का एसएसई कम्पोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंग सेंग सकारात्मक दायरे में बंद हुए, जबकि जापान का निक्केई 225 सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुआ। यूरोपीय बाजार नकारात्मक दायरे में कारोबार कर रहे थे। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए।

डब्लूपीआई में दिखी गिरावट :
सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य मुद्रास्फीति (डब्ल्यूपीआई) 19 महीने के अंतराल के बाद नकारात्मक हो गई। जून में इसमें 0.13 प्रतिशत की गिरावट आई, क्योंकि खाद्य वस्तुओं और ईंधन में अपस्फीति बढ़ गई, साथ ही विनिर्मित उत्पादों की लागत में भी कमी आई।

एक अधिकारी ने बताया कि भारतीय वाणिज्य मंत्रालय का एक दल प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर एक और दौर की वार्ता के लिए वाशिंगटन पहुंच गया है, जो सोमवार से शुरू होगी।

ब्रेंट क्रूड का भाव बढ़कर 71.06 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया :
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.99 प्रतिशत बढ़कर 71.06 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 5,104.22 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। शुक्रवार को सेंसेक्स 689.81 अंक या 0.83 प्रतिशत गिरकर 82,500.47 पर बंद हुआ। इसी प्रकार, निफ्टी 205.40 अंक या 0.81 प्रतिशत गिरकर 25,149.85 पर बंद हुआ।

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