नगांव में कार्बी छात्रों का जोरदार प्रदर्शन, नम्रता इंग्तिपी हत्याकांड के दोषी को फांसी की मांग

थर्ड आई न्यूज
नगांव से जयप्रकाश सिंह
नगांव में आज कार्बी छात्र संस्था के तत्वावधान में कार्बी युवती नम्रता इंग्तिपी की निर्मम हत्या के विरोध में छात्रों और नागरिकों ने जोरदार प्रतिवाद प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने हत्यारोपी सद्दाम हुसैन को फांसी देने की मांग करते हुए शहर के क्लॉक टावर तक रैली निकाली और नारेबाजी के माध्यम से न्याय की पुकार लगाई।
प्रदर्शन की शुरुआत कार्बी छात्र संस्था कार्यालय से हुई, जहाँ से सैकड़ों छात्र-छात्राएं और महिला प्रदर्शनकारी “नम्रता को न्याय दो”, “हत्यारे को फांसी दो”, और “महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करो” जैसे नारों के साथ सड़कों पर उतरे। रैली ने शहर के मुख्य मार्गों पर व्यापक जनसहभागिता और आक्रोश का वातावरण निर्मित किया।
पृष्ठभूमि में उलझा रहस्य और पुलिस लापरवाही का आरोप :
16 जून की रात नगांव के डिफलु क्षेत्र से एक युवती का शव बरामद होने के बाद शुरू हुआ घटनाक्रम जल्द ही रहस्यमय मोड़ लेता गया। प्रारंभ में शव की पहचान रोहा के दिघलदरी की पिंकी दास के रूप में की गई और उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। परंतु बाद में पिंकी को गुवाहाटी से जीवित बरामद कर लिया गया, जिससे पुलिस और परिवार दोनों ही हतप्रभ रह गए।
इसके पश्चात नगांव सदर थाने में रखे गए शव के फोटो और आभूषणों के माध्यम से कार्बीआंगलोंग जिले के लांकिं गांव की रहने वाली नम्रता इंग्तिपी के परिवार ने शव की पहचान की। पुलिस जांच में सामने आया कि सद्दाम हुसैन ने नम्रता की हत्या कर शव को अपनी गाड़ी से डिफलु में सड़क किनारे फेंक दिया था।
प्रदर्शनकारियों का प्रशासन पर तीखा सवाल :
महिला प्रदर्शनकारियों ने रोहा की मां द्वारा अपनी जीवित बेटी को पहचानने में विफल रहने को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया, साथ ही नगांव पुलिस की भूमिका पर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस की लापरवाही के चलते कार्बी युवती का दाह संस्कार दूसरे परिवार द्वारा कर दिया गया, जिसे रोका जा सकता था।
प्रदर्शनकारियों ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि नम्रता को न्याय नहीं मिला, तो यह आंदोलन और भी उग्र रूप धारण करेगा।
यह घटना न केवल एक निर्दोष युवती की हत्या का मामला है, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही और सामाजिक चूक का भी प्रतीक बन गई है। अब निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि प्रशासन दोषी को जल्द सजा दिलाकर नम्रता और उसके परिवार को न्याय दिलाने में कितनी तत्परता दिखाता है।