Parliament: आज लोकसभा में विपक्ष को करारा जवाब देंगे अमित शाह और PM मोदी; राज्यसभा में भी होगी चर्चा की शुरुआत

थर्ड आई न्यूज
नई दिल्ली I ऑपरेशन सिंदूर को लेकर लोकसभा में चर्चा की शुरुआत हो चुकी है। सोमवार से शुरू हुई चर्चा के दौरान सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली। यह चर्चा आज भी जारी रहेगी। इस दौरान सरकार और विपक्ष के बीच दो-दो हाथ होना तय है। अन्य सांसदों के प्रस्तावों के बाद आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दोपहर 12 बजे से 1 बजे के बीच लोकसभा को संबोधित करेंगे। इस दौरान वे विपक्ष को करारा जवाब देंगे। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम को समापन भाषण देंगे।
राज्यसभा में भी आज से ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की शुरुआत :
वहीं, राज्यसभा में भी आज से पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की शुरुआत होगी। राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए आवंटित कुल 16 घंटों में से कांग्रेस को लगभग दो घंटे का समय आवंटित किया गया है, जिसके दौरान राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सदन में बहस की शुरुआत करेंगे।
ट्रंप के दावे पर सरकार को घेरेगा विपक्ष :
भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रुकवाने के अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बार-बार दावे को लेकर विपक्ष राज्यसभा में भी सरकार को घेर सकता है। ट्रंप सार्वजनिक मंचों से कई बार दावा कर चुके हैं, उन्होंने व्यापार रोकने की धमकी देकर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रुकवाई थी। हालांकि, भारत सरकार की ओर से उनके इस दावे को पहले ही खारिज किया जा चुका है। लेकिन, लोकसभा में चर्चा के दौरान विपक्ष ने इसे पहले ही मुद्दा बना लिया है।
विदेश नीति को लेकर हमलावर है विपक्ष :
राहुल गांधी समेत समूचा विपक्ष विदेश नीति को लेकर सरकार पर लगातार हमलावर है। राहुल और विपक्षी नेता दावा करते रहे हैं कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में भारत को किसी दूसरे देश का सहयोग नहीं मिला। इसके अलावा विपक्ष पहलगाम आतंकी हमले में सुरक्षा चूक का मुद्दा उठाते हुए भी सरकार को घेरे हुए है।
बीते दिन लोकसभा में क्या-क्या हुआ?
लोकसभा में चर्चा की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। उन्होंने कहा कि अब भारत पाकिस्तान को आतंकी हमले पर डौजियर नहीं भेजता, बल्कि कार्रवाई करता है। जड़ तक जाता है। भारत के 22 मिनट के सैन्य ऑपरेशन में 100 आतंकियों के सफाए का दावा किया। विपक्ष की तरफ से चर्चा की शुरुआत गौरव गगोई ने की। गगोई ने रक्षा मंत्री पर गोलमोल जवाब देने और तथ्यों से दूरी बनाने का आरोप लगाया। तीखे सवाल पूछे और सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया। गगोई ने राष्ट्रपति ट्रंप के संघर्ष विराम के दावे, आतंकियों के पहलगाम की बैसरन घाटी तक पहुंचने, सुरक्षा इंतजाम न होने, सूरक्षा में चूक समेत तमाम सवाल उठाए। टीएमसी के कल्यण बनर्जी ने प्रधानमंत्री के आकार प्रकार के घटने पर तंज कसा। सपा के राजभर ने सरकार को घेरा। हालांकि, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बड़ी सावधानी से विपक्ष को आईना दिखाने की कोशिश की। जद(यू) के राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह का अंदाज निराला था। भाजपा के अनुराग ठाकुर ने सीधे विपक्ष के नेता राहुल गांधी को ही निशाने पर ले लिया। उन्हें एलओपी बनने में अक्षम बताते हुए एलओबी (भारत के विरोध में बोलने वाला) तक बता दिया।
लोकसभा में जयशंकर और राजनाथ सिंह ने विपक्ष को दिया करारा जवाब :
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार ऑपरेशन सिंदूर के संघर्ष विराम को स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच में 22 अप्रैल से 17 जून तक किसी सीधी वार्ता से साफ इनकार किया। एस. जयशंकर ने परोक्ष रूप से कहने की कोशिश की कि पाकिस्तान हार रहा था। संघर्ष विराम की पेशकस उसने की और भारत ने इसे मान लिया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साफ कहा कि पाकिस्तान के डीजीएमओ के कार्रवाई रोकने के अनुरोध पर भारत ने संघर्ष विराम को स्वीकार किया।