MEA: भारत-रूस संबंधों पर चिढ़े ट्रंप को विदेश मंत्रालय की दो टूक, कहा- हमारे संबंध योग्यता पर आधारित हैं

थर्ड आई न्यूज
नई दिल्ली l विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कई अहम अंतरराष्ट्रीय मामलों पर भारत की स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने अमेरिका की तरफ से कुछ भारतीय कंपनियों पर ईरान से व्यापार करने को लेकर लगाए गए प्रतिबंधों, रूस से तेल खरीद, यमन में मौत की सजा का सामना कर रहीं निमिषा प्रिया के मामले और भारत-अमेरिका संबंधों पर बयान दिया।
ईरान से व्यापार पर अमेरिकी प्रतिबंध :
अमेरिका की तरफ से कुछ भारतीय कंपनियों पर ईरान से व्यापार के चलते लगाए गए प्रतिबंधों पर बोलते हुए रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘हमने इन प्रतिबंधों को नोट किया है और इस पर गौर कर रहे हैं।’
रणधीर जायसवाल ने आगे कहा, ‘किसी भी देश के साथ हमारे संबंध उसकी योग्यता पर आधारित हैं और उन्हें किसी तीसरे देश के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। जहां तक भारत-रूस संबंधों का सवाल है, हमारे बीच एक स्थिर और समय-परीक्षित साझेदारी है।’
भारत और अमेरिका के रिश्ते :
भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर उन्होंने कहा, ‘भारत और अमेरिका के बीच एक व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है, जो साझा हितों, लोकतांत्रिक मूल्यों और मजबूत जनसंपर्क पर आधारित है। यह रिश्ता कई बदलावों और चुनौतियों के बावजूद मजबूत बना रहा है। हम अपने साझा एजेंडे पर ध्यान केंद्रित किए हुए हैं और हमें विश्वास है कि यह संबंध आगे भी प्रगति करेगा।’
रूस से तेल खरीद बंद करने की खबरों पर प्रतिक्रिया :
कुछ मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया था कि कुछ भारतीय तेल कंपनियों ने रूस से तेल लेना बंद कर दिया है। इस पर प्रवक्ता ने कहा, ‘आप हमारे ऊर्जा जरूरतों को लेकर समग्र दृष्टिकोण से अवगत हैं। हम बाजार में उपलब्ध विकल्पों और वैश्विक स्थिति को ध्यान में रखकर निर्णय लेते हैं। हमें इस बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं है।’
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बयान पर प्रतिक्रिया :
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान पर कि ‘एक दिन भारत पाकिस्तान से तेल खरीद सकता है,’ विदेश मंत्रायल के प्रवक्ता ने कहा, ‘इस मामले पर मेरे पास कोई टिप्पणी नहीं है।’
निमिषा प्रिया के केस पर मंत्रालय का जवाब :
यमन में एक हत्या के मामले में मौत की सजा का सामना कर रहीं भारतीय नर्स निमिषा प्रिया के मामले में विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘यह एक संवेदनशील मामला है। भारत सरकार इस मामले में हरसंभव सहायता दे रही है। हमारी लगातार कोशिशों के कारण सजा पर अमल फिलहाल टल गया है। हम इस पर करीब से नजर बनाए हुए हैं और जरूरत के हिसाब से सभी मदद दे रहे हैं। हम कुछ मित्र देशों के संपर्क में भी हैं।’ उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि, ‘कुछ मीडिया रिपोर्टों में इस मामले को लेकर जो दावे किए गए हैं, वे गलत हैं। कृपया हमारे आधिकारिक अपडेट का इंतजार करें। हम सभी से अपील करते हैं कि अफवाहों से बचें।’