आसू का ऐलान – घुसपैठियों को हर हाल में निकालना होगा, असम समझौते पर होगा निर्णायक संघर्ष

थर्ड आई न्यूज

गुवाहाटी, 27 अगस्त।
अखिल असम छात्र संघ (AASU) ने गुवाहाटी में प्रेस वार्ता कर स्पष्ट कहा कि अवैध बांग्लादेशियों को, चाहे वे हिंदू हों या मुस्लिम, हर हाल में असम से बाहर निकालना होगा। संगठन ने केंद्र व राज्य सरकार पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया।

भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका की जन्म शताब्दी को लेकर एएएसयू ने वर्षभर चलने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों की घोषणा की। 8 सितंबर को पूरे राज्य में श्रद्धांजलि सभा होगी और 100 युवा सामूहिक रूप से “मानुहे मानुहार बाबे” गीत प्रस्तुत करेंगे। जिलों में क्विज, चित्रकला और वाद-विवाद प्रतियोगिताएं भी होंगी।

राजनीतिक मोर्चे पर, आसू ने असम समझौते के क्रियान्वयन को लेकर आंदोलन कार्यक्रम घोषित किया—4 सितंबर को सत्याग्रह, 16 सितंबर को जिला स्तरीय रैलियां, 20 सितंबर को मानव श्रृंखला और 23 सितंबर को ‘जोर समुदल’ विरोध।

अध्यक्ष उत्पल शर्मा ने कहा कि असम को नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) से बाहर रखना होगा और भारत-बांग्लादेश सीमा पूरी तरह सील करनी होगी। मुख्य सलाहकार समुज्जल भट्टाचार्य ने कहा कि प्रधानमंत्री ने समस्या स्वीकार की है, लेकिन निर्णायक कदम आवश्यक हैं।

आसू ने सैयदा सैयदैन हमीद के विवादित बयान को असम और भारत विरोधी बताया और राज्य सरकार से उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की।

संगठन ने चेतावनी दी कि—
“चाहे 40 साल लगें या 400, असम समझौते को पूरी तरह लागू कराना ही होगा। घुसपैठियों की समस्या प्रतीकात्मक राजनीति से नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई से सुलझेगी।”

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