Assam: गौरव गोगोई का सीएम शर्मा पर हमला, कहा- उन्होंने अपने कामों से मुख्यमंत्री की कुर्सी का मजाक उड़ाया

थर्ड आई न्यूज
गुवाहाटी I असम कांग्रेस अध्यक्ष गौरव गोगोई ने सीएम हिमंत विश्व शर्मा पर हमला बोला है। गौरव गोगोई ने कहा कि उन्होंने अपने कामों से मुख्यमंत्री की कुर्सी का मजाक उड़ाया है। सीएम के शब्दों की सारी विश्वसनीयता खत्म हो गई है। मुझे ऐसे मुख्यमंत्री के लिए दुख है। गोगोई और उनके परिवार की पाकिस्तानी संबंधों की जांच कर रही एसआईटी की रिपोर्ट सामने आने पर सीएम शर्मा ने चिंता जाहिर की थी।
एक्स पर पोस्ट में लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने आरोप लगाया कि कई शर्मनाक घटनाएं हुई हैं। मुझे याद है कि सीएम ने कहा था कि उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी के बॉडी डबल को देखा था। गोगोई ने एसआईटी रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि नया फ्लॉप शो आरजी बॉडी डबल से भी बड़ा है। असम के लोग बेहतर के हकदार हैं। असम के लोगों को 2026 में बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
सीएम शर्मा ने क्या कहा था :
एसआईटी रिपोर्ट को लेकर सीएम शर्मा ने कहा था कि रिपोर्ट जल्द सार्वजनिक कर दी जाएगी। हम गोपनीय सूचनाओं को छोड़कर यथासंभव अधिक से अधिक जानकारी मीडिया के साथ साझा करेंगे। एसआईटी रिपोर्ट 96 पन्नों का एक दस्तावेज़ है। इसे सीमित संसाधनों से तैयार किया गया, फिर भी इसमें भारी सच्चाई छिपी है। बस एक नजर ही गहरी पीड़ा जगाने के लिए काफी है। यह दर्शाता है कि कितनी आसानी से जड़ें काटी जा सकती हैं और विरासत को परछाईं के बदले बेचा जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य कांग्रेस अध्यक्ष के परिवार के तीन सदस्य विदेशी हैं और दावा किया था कि पार्टी के एक कार्यक्रम में गोगोई का नृत्य अनुचित प्रतीत हुआ। अगर मैं कांग्रेस में होता, तो उन्हें मंच से धक्का दे देता, क्योंकि पार्टी का नेतृत्व कभी महात्मा गांधी जैसे लोगों ने किया था, जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम के केंद्र में थे।
विशेष डीजीपी (सीआईडी) मुन्ना प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में एसआईटी ने बुधवार शाम औपचारिक रूप से मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौंप दी थी। शर्मा पिछले कुछ महीनों से गोगोई और उनकी ब्रिटिश पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न पर हमला करते रहे हैं और आरोप लगाते रहे हैं कि उनका पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंध है। असम मंत्रिमंडल ने फरवरी में एक पाकिस्तानी नागरिक अली तौकीर शेख और उसके सहयोगियों की भारत विरोधी गतिविधियों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था।