सूर्योदय अहिंसा दिगंबर जैन तीर्थ, श्री सूर्या पहाड़, ने जुबिन गर्ग के निधन पर शोक व्यक्त किया

थर्ड आई न्यूज़
गुवाहाटी/ ग्वालपाड़ा, 21 सितंबर 2025।
असम के सुप्रसिद्ध गायक और सांस्कृतिक धरोहर जुबिन गर्ग के असामयिक निधन पर पूरे प्रदेश में शोक की लहर है। इसी क्रम में सूर्योदय अहिंसा दिगंबर जैन तीर्थ, श्री सूर्या पहाड़ ( ग्वालपाड़ा, असम) ने भी गहरी संवेदना व्यक्त की है।
तीर्थ समिति ने अपने शोक संदेश में कहा—
“हम जुबिन गर्ग के आकस्मिक निधन से व्यथित हैं। वे न केवल असम बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा थे। उनकी आत्मा को शांति मिले— यही हमारी हृदय से प्रार्थना है।”
जुबिन गर्ग ने अपनी गायकी से असम और उत्तर-पूर्व भारत की संस्कृति को नई पहचान दी। हिंदी, असमिया, बंगाली और कई अन्य भाषाओं में उन्होंने अपनी आवाज़ दी। उन्होंने असम को वैश्विक मंच पर संगीत की धुनों से गौरवान्वित किया। उनका निधन संगीत जगत और समाज, दोनों के लिए अपूरणीय क्षति है।
उल्लेखनीय है कि ग्वालपाड़ा स्थित सूर्या पहाड़ ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल है। इसे “पूर्वोत्तर का एलोरा” भी कहा जाता है, क्योंकि यहां जैन धर्म से संबंधित अनेकों प्राचीन मूर्तियां और शिलालेख पाए गए हैं।
सूर्योदय अहिंसा दिगंबर जैन तीर्थ इसी पावन भूमि पर स्थित है और यहां नियमित रूप से धार्मिक एवं सामाजिक गतिविधियां आयोजित होती रहती हैं ।
जुबिन गर्ग को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, सूर्योदय अहिंसा दिगंबर जैन तीर्थ समिति ने कहा कि उनका योगदान अमर है। जैसे सूर्या पहाड़ की शाश्वत धरोहरें युगों-युगों तक बनी रहेंगी, वैसे ही जुबिन गर्ग के गीत और उनकी आवाज़ भी हमेशा जीवित रहेंगे।