जुबिन गर्ग को श्रद्धांजलि सभा में अव्यवस्था पर AJP प्रमुख लुरिनज्योति गोगोई का सरकार पर हमला

थर्ड आई न्यूज
गुवाहाटी, 21 सितंबर 2025।
गुवाहाटी के सारूसजाई स्टेडियम में रविवार को लाखों की संख्या में जुटे प्रशंसकों ने जब संगीत सम्राट जुबिन गर्ग को अंतिम विदाई दी, तो वहां भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा। लेकिन इस बीच भीड़ प्रबंधन और व्यवस्था की भारी कमी ने माहौल को अव्यवस्थित कर दिया।
असम जातीय परिषद (AJP) के अध्यक्ष लुरिनज्योति गोगोई ने इस पर कड़ी नाराज़गी जताते हुए सरकार पर तीखा प्रहार किया। गोगोई, जो स्वयं लगभग चार घंटे पंक्ति में खड़े रहे, ने कहा –
“इतनी देर इंतजार करने के बाद भी मैं जुबिन को श्रद्धांजलि नहीं दे सका। यह मेरे लिए ही नहीं बल्कि उन हजारों लोगों के लिए भी बेहद निराशाजनक रहा जो यही उम्मीद लेकर आए थे।”
भीड़ प्रबंधन पर सवाल :
गोगोई ने कहा कि इस आयोजन में पूरी तरह से योजना और तैयारी का अभाव दिखा। कई किलोमीटर लंबा जाम लगने के कारण हजारों लोग पैदल 5 से 10 किलोमीटर चलकर स्टेडियम तक पहुंचे। वहीं, अंदर भी भीड़ नियंत्रण के अभाव में लोगों के बीच धक्का-मुक्की और झड़प की स्थिति पैदा हो गई।
उन्होंने कहा—
“ऐसे महानायक के लिए सरकार को हर तरह से उचित व्यवस्था करनी चाहिए थी। यह उनकी अंतिम यात्रा थी, और इसे गरिमा और अनुशासन के साथ संपन्न होना चाहिए था।”
भूपेन हजारिका की तुलना :
गोगोई ने इस अवसर पर भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका की श्रद्धांजलि सभा का उदाहरण देते हुए कहा कि—
“उस समय हर व्यक्ति को श्रद्धांजलि देने का अवसर मिला था क्योंकि प्रबंधन अनुशासित और व्यवस्थित था। लेकिन इस बार सरकार पूरी तरह विफल रही और जुबिन गर्ग को वही सम्मान नहीं दे सकी।”
चौथा सबसे बड़ा वैश्विक जमावड़ा :
यह आयोजन दुनिया में किसी सेलिब्रिटी की मृत्यु पर हुए चौथे सबसे बड़े जनसमूह का उदाहरण बताया जा रहा है। इसके बावजूद, गोगोई के अनुसार, राज्य सरकार इस अवसर पर भीड़ और भावनाओं को सही ढंग से संभालने में नाकाम रही।
उन्होंने कहा—
“हम इसे दोहराने की गलती नहीं कर सकते। जुबिन जैसे कलाकार, जिन्होंने लाखों दिलों को जोड़ा, उनके लिए कम से कम इतना तो होना ही चाहिए था कि हर प्रशंसक शांतिपूर्वक उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर सके।”