गौरोव गोगोई का आरोप — “जुबिन गर्ग मामले में बीजेपी की आईटी सेल और एसआईटी साथ काम कर रही हैं”
थर्ड आई न्यूज
गुवाहाटी, 7 अक्टूबर।
कांग्रेस सांसद गौरोव गोगोई ने मंगलवार को गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि असम के लोकप्रिय गायक जुबिन गर्ग की मौत की जांच के लिए गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) और भारतीय जनता पार्टी की आईटी सेल आपस में मिलकर काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में न्याय दिलाने को लेकर गंभीर नहीं है।
गोगोई ने कहा कि असम की जनता की एक ही मांग है — “जुबिन गर्ग को न्याय मिले।” उन्होंने कहा, “सरकार को इस दिशा में निष्पक्ष और ठोस जांच करनी चाहिए। यह असम की जनता की भावनात्मक और स्पष्ट मांग है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की आईटी सेल का उद्देश्य जुबिन गर्ग को न्याय दिलाना नहीं, बल्कि श्यामकानु महंत की छवि बचाना है।
“ऐसा प्रतीत होता है कि आईटी सेल और एसआईटी दोनों एक साथ काम कर रहे हैं। वे तथ्यों पर ध्यान देने के बजाय व्यक्तिगत चरित्र पर हमले कर रहे हैं। हमें इनसे नैतिकता सीखने की आवश्यकता नहीं,” गोगोई ने कहा।
गोगोई ने आरोप लगाया कि अब तक एसआईटी ने सिंगापुर में क्या हुआ या नौका पर हुई घटनाओं की सही जांच नहीं की है। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और श्यामकानु महंत के परिवारों के बीच पुराने संबंध हैं, और संभव है कि मुख्यमंत्री उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हों।
कांग्रेस सांसद ने मुख्यमंत्री के बयानों की भी आलोचना की और कहा कि “मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए ऐसे बयान देना अनुचित है।” उन्होंने कहा, “अभी भी यह विश्वास करना कठिन है कि जुबिन गर्ग हमारे बीच नहीं हैं। मैं सरकार से अपील करता हूं कि जांच शीघ्रता से पूरी की जाए और न्याय दिया जाए। जांच का फोकस चरित्र हनन नहीं, बल्कि जुबिन गर्ग की मौत के असली कारण पर होना चाहिए।”
गोगोई ने यह भी कहा कि जुबिन गर्ग के अनेक प्रशंसक भाजपा समर्थक भी हैं और वे भी न्याय की मांग कर रहे हैं।
“मुख्यमंत्री को यह समझना चाहिए कि यह जनता की भावना है। जो लोग इस भावना को दबाने या डराने की कोशिश करेंगे, उन्हें अगला चुनाव आने से पहले ही इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा,” उन्होंने कहा।
अंत में गोगोई ने कहा कि भाजपा नेताओं और आईटी सेल के ट्वीट्स से उनकी राजनीतिक मंशा स्पष्ट झलकती है।

