होजाई में अस्ताचलगामी सूर्य को व्रतधारियों ने अर्पित किया पहला अर्घ्य, घाटों पर गूँजे छठ गीत, दीपों की रोशनी से नहाया वातावरण
होजाई से रमेश मुंदड़ा
लोक आस्था, श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक सूर्य षष्ठी महापर्व (छठ पूजा) सोमवार को होजाई में अत्यंत सादगी और गरिमा के साथ सम्पन्न हुआ। शहर के प्रमुख घाटों — शिवबाड़ी स्थित सूर्य षष्ठी महोत्सव समिति और नूतन बाजार पोखरी स्थित श्री श्री सूर्य व्रत संचालन समिति के तत्वावधान में व्रतधारिणियों ने अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया।
सुबह से ही व्रतधारी महिलाएं उपवास रखकर परिवारजनों के साथ गाजे-बाजे के साथ घाटों पर पहुँचीं। उन्होंने प्रसाद, फल, गन्ना, पान-सुपारी आदि सजाकर पूजा स्थलों पर धूप-दीप जलाए और सूर्य के अस्त होने की प्रतीक्षा की। सूर्यदेव के अस्त होते ही श्रद्धालुओं ने अर्घ्य अर्पित कर पहला अर्घ्य पूरा किया। पूरे वातावरण में छठ गीतों की मधुर ध्वनि और भक्तिभाव का माहौल छाया रहा। महिलाओं द्वारा गाए जा रहे पारंपरिक गीतों ने माहौल को और भी मनमोहक बना दिया।

दोनों घाटों पर विद्युत सज्जा और तोरणद्वारों ने आयोजन की शोभा बढ़ाई। समितियों द्वारा भगवान सूर्य की आकर्षक प्रतिमा स्थापित की गई, जहाँ श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की और मनौती मांगी। घाटों पर सुरक्षा और साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था समितियों के स्वयंसेवकों द्वारा सुनिश्चित की गई।
अनेक व्रतधारी जल में खड़े होकर मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना कर रहे थे, जबकि कुछ श्रद्धालु दंडवत करते हुए घाट तक पहुँचे। बच्चों द्वारा दीप प्रज्वलन और पटाखों से माहौल उल्लासमय हो उठा। समितियों के सदस्य पूरी निष्ठा से व्यवस्था बनाने में जुटे रहे।
शहर के साथ-साथ श्रीमंत शंकरदेव नगर, रामपुर, आमतोला, सिलडूवी, भालूकुमारी और लंका क्षेत्रों में भी छठ महापर्व श्रद्धा और शासकीय व्यवस्था के साथ मनाया गया।

