SIR: असम में एसआईआर की प्रक्रिया क्यों नहीं की जाएगी? चुनाव आयोग के प्रमुख ने दिया ये जवाब
थर्ड आई न्यूज
नई दिल्ली I मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने सोमवार को घोषणा की कि चुनाव आयोग 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण का दूसरा चरण संचालित करेगा। इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ने यह भी कहा कि इस समय असम में एसआईआर की प्रक्रिया शुरू नहीं की जाएगी।
सीईसी ने कहा कि असम में नागरिकता से जुड़े नियम थोड़े अलग है, इसलिए वहां एसआईआर से प्रक्रिया अलग तरीके से चलेगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि असम में नागरिकता को लेकर अलग कानून हैं। वहां एनआरसी लागू है। यह भी असम में एसआईआर को फिलहाल के लिए टालने का एक कारण है। असम में मतदाता सूचियों के विशेष गन पुनरीक्षण के लिए थोड़ी अलग प्रक्रिया अपनानी होगी। इसलिए यह प्रक्रिया अलग से चलाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में चल रहा विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) स्वतंत्रता के बाद से नौवां ऐसा अभ्यास है। ऐसी कोशिश पिछली बार 2002-04 में हुई थी। सीईसी ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बिहार में एसआईआर का पहला चरण शून्य अपील के साथ पूरा हो गया। कुमार ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “दूसरा चरण 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आयोजित किया जाएगा। एसआईआर यह सुनिश्चित करेगा कि कोई भी पात्र मतदाता छूट न जाए और कोई भी अपात्र मतदाता सूची में शामिल न हो।”
बिहार में मतदाता सूची की सफाई का काम पूरा हो गया है और 30 सितंबर को लगभग 7.42 करोड़ मतदाताओं वाली अंतिम सूची प्रकाशित की गई है। राज्य में मतदान दो चरणों में – 6 नवंबर और 11 नवंबर को होगा – और मतगणना 14 नवंबर को होगी।
चुनाव आयोग एसआईआर लागू करने की रूपरेखा तय करने के लिए राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) के साथ दो बैठकें कर चुका है। कई सीईओ ने अपनी पिछली एसआईआर के बाद की मतदाता सूचियाँ अपनी वेबसाइटों पर डाल दी हैं।

