‘रोई रोई बिनाले’ देखने की अपील – पूप्रमास ने जुबिन गर्ग की विरासत को बताया असम का गौरव
थर्ड आई न्यूज़
गुवाहाटी, 2 नवंबर।
पूर्वोत्तर प्रदेशीय मारवाड़ी सम्मेलन (पूप्रमास) ने असम और पूर्वोत्तर के सभी नागरिकों, विशेष रूप से मारवाड़ी समाज के सदस्यों से जुबिन गर्ग की अंतिम फिल्म ‘रोई रोई बिनाले’ को देखने की अपील की है।
पूप्रमास के प्रांतीय अध्यक्ष कैलाश काबरा और महामंत्री रमेश चांडक ने संयुक्त रूप से कहा कि यह फिल्म केवल एक सिनेमाई कृति नहीं, बल्कि असम की सांस्कृतिक धरोहर और जुबिन गर्ग की आत्मा की अमर अभिव्यक्ति है। उन्होंने कहा कि “रोई रोई बिनाले जुबिन गर्ग का स्वप्न-प्रोजेक्ट था, जिसमें उन्होंने अपने हृदय की पूरी भावनाएं और मेहनत झोंक दी थीं। यह फिल्म उनके जीवन और सृजनशीलता का अंतिम संदेश है।”
दोनों पदाधिकारियों ने कहा कि यह फिल्म असमिया सिनेमा के इतिहास में कई नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले दिनों में यह फिल्म न केवल असम बल्कि पूरे देश के फिल्म जगत में अपनी अमिट छाप छोड़ेगी।
उन्होंने कहा कि जुबिन गर्ग केवल एक गायक या अभिनेता नहीं थे, बल्कि असम के सांस्कृतिक दूत थे जिन्होंने अपनी आवाज़ और संगीत के माध्यम से असम की आत्मा को विश्व मंच पर पहुंचाया। पूप्रमास ने सभी से आग्रह किया कि वे परिवार सहित सिनेमा घरों में जाकर ‘रोई रोई बिनाले’ देखें और जुबिन गर्ग की स्मृति को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करें ।

