प्रधानमंत्री मोदी जनवरी 2026 में करेंगे गुवाहाटी-उत्तर गुवाहाटी पुल का उद्घाटन: मुख्यमंत्री
थर्ड आई न्यूज
गुवाहाटी, 6 नवंबर।असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने गुरुवार को घोषणा की कि लंबे समय से प्रतीक्षित गुवाहाटी-उत्तर गुवाहाटी पुल का उद्घाटन जनवरी 2026 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। यह घोषणा उन्होंने श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र, गुवाहाटी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी दिसंबर 2025 में पहले चरण में असम आएंगे, जहां वे नए हवाई अड्डा टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे और नामरूप उर्वरक संयंत्र की आधारशिला रखेंगे। इसके बाद जनवरी में प्रधानमंत्री एक बार फिर असम लौटेंगे, जहां वे गुवाहाटी-उत्तर गुवाहाटी पुल का औपचारिक उद्घाटन करेंगे और भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM), गुवाहाटी में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में भाग लेंगे।
हालांकि प्रधानमंत्री के दौरे की सटीक तिथि अभी घोषित नहीं की गई है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी दिसंबर के अंत या जनवरी की शुरुआत में असम का दौरा करेंगे। इस दौरान वे ज्योति-बिष्णु सभागार, बटद्रवा परियोजना, और बूथ सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
इससे पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 8 नवंबर को असम आएंगी। वे सबसे पहले जगीरोड सेमीकंडक्टर इकाई का दौरा करेंगी और लगभग 300 युवा उद्यमियों से संवाद करेंगी। इसके बाद वे गुवाहाटी रिवर टर्मिनल (गेटवे ऑफ गुवाहाटी) और उजान बाजार ब्रह्मपुत्र रिवरफ्रंट का उद्घाटन करेंगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि शहीद कंकोलता विश्वविद्यालय की भूमिपूजन और शिलान्यास समारोह भी 8 नवंबर को होगा, जिसका उद्घाटन सीतारमण करेंगी। यह विश्वविद्यालय गोहपुर में 771 बीघा भूमि पर स्थापित होगा, जिस पर राज्य सरकार द्वारा 500 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि परियोजना की टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, और निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होगा।
इसके अलावा 9 नवंबर को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुवाहाटी में वायु सेना दिवस समारोह में भाग लेंगे, जो लचित घाट पर आयोजित होगा। इस दौरान राफेल और सुखोई जैसे लड़ाकू विमानों का एयर शो भी पहली बार असम में प्रदर्शित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि वे स्वयं बिहार में कई कार्यक्रमों में भाग लेने वाले थे। उन्होंने कहा—
“मेरे बिहार में तीन दिनों में 12 कार्यक्रम निर्धारित थे, जिनमें से 9 में ही उपस्थित हो पाया हूँ। अब मैं शेष कार्यक्रम पूरे करने के लिए पुनः बिहार जा रहा हूँ।”
यह घोषणा राज्य के विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों का प्रमाण मानी जा रही है, जिससे आने वाले महीनों में असम में बुनियादी ढांचे, शिक्षा, उद्योग और कनेक्टिविटी के क्षेत्र में बड़े परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं।

