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नगांव जेल में आमीनुल इस्लाम से मिले बदरुद्दीन अजमल, 2026 में कांग्रेस से गठबंधन की संभावना को नकारा

थर्ड आई न्यूज़

नगांव से जयप्रकाश सिंह

एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल बुधवार सुबह नगांव केंद्रीय कारागार पहुंचे, जहां उन्होंने आठ महीने से एनएसए के तहत निरुद्ध धिंग के विधायक आमीनुल इस्लाम से मुलाकात की। उनके साथ पार्टी विधायक रफीकुल इस्लाम और अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। लगभग आधे घंटे की जेल मुलाकात के बाद अजमल ने पत्रकारों से खुलकर बात की।

जेल परिसर के बाहर मीडिया से बातचीत में अजमल ने 2026 के विधानसभा चुनावों पर महत्वपूर्ण बयान देते हुए कहा—

“एआईयूडीएफ आगामी विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। किसी भी परिस्थिति में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। कांग्रेस चाहे जितना भी चाह ले, हम उनके साथ दोस्ती नहीं करेंगे।”

उन्होंने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि पार्टी “हार के कगार पर है” और असम की राजनीति की सामाजिक-सांख्यिकीय वास्तविकताओं को समझने में विफल है।

अमीनुल इस्लाम की गिरफ्तारी को बताया “राजनीतिक साज़िश” :
अजमल ने आमीनुल इस्लाम की गिरफ्तारी को पूरी तरह प्रतिशोधात्मक बताया।

“उन्हें बिना किसी ठोस अपराध के आठ महीने से जेल में रखा गया है। एनएसए लगाना पूरी तरह राजनीतिक षड्यंत्र है। जरूरत पड़ी तो हम सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे।”

उन्होंने कहा कि यदि चुनाव से पहले उन्हें रिहा नहीं किया गया, तो इस्लाम जेल से ही चुनाव लड़ेंगे, जैसे हाल ही में हरियाणा और राजस्थान में हुआ और सभी जीते।

कांग्रेस पर गंभीर आरोप :
अजमल ने कांग्रेस पर इस मामले में भूमिका निभाने का आरोप लगाया।

“आमीनुल इस्लाम को जेल में रखने में कांग्रेस का भी हाथ है। क्षेत्र के कांग्रेस उम्मीदवार की इच्छा पर यह साज़िश रची गई है।”

उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस के भीतर ऐसे लोग हैं जो “रात में मुख्यमंत्री से वेतन लेते हैं और पेड सर्वेंट की तरह काम करते हैं।”

ओवैसी गठबंधन पर कहा—“आने दें, स्वागत करेंगे”
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के साथ संभावित गठबंधन पर अजमल ने कहा—

“हमने ओवैसी को असम आने का निमंत्रण दिया है। अगर वे आते हैं तो हम उनका स्वागत करेंगे। इसी बात से कांग्रेस घबरा गई है।”

“100% मुस्लिम वोट मिल जाए तो भी कांग्रेस सरकार नहीं बना सकती” :
अजमल ने दावा किया कि असम की जनसांख्यिकी कांग्रेस के खिलाफ है।

“असम में मुसलमान 35% हैं। अगर सभी मुसलमान कांग्रेस को वोट दे भी दें, तब भी वे सरकार नहीं बना सकती। एक तरफ 35%, दूसरी तरफ 65%—यही उनका चुनाव परिणाम है।”

उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पर भी टिप्पणी की—

“गौरव गोगोई दिल्ली से आए हैं, उन्हें असम की राजनीति की समझ नहीं है।”

अंत में अजमल ने उम्मीद जताई कि अगले एक सप्ताह में आमीनुल इस्लाम को जमानत मिल जाएगी।

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