Gautam Gambhir: ‘मेरी सफलताएं नहीं भूलनी चाहिए’, हार के बाद भविष्य के सवाल पर कोच गंभीर ने दिया स्पष्ट जवाब
थर्ड आई न्यूज
गुवाहाटी I दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद मुख्य कोच गौतम गंभीर को निशाने पर लिया जा रहा है। गुवाहाटी टेस्ट के दौरान जब पहली पारी में भारतीय बल्लेबाजी क्रम लड़खड़ा गया था तो सोशल मीडिया पर गंभीर को हटाने की मांग ने जोर पकड़ा था। अब जब टीम दो मैचों की टेस्ट सीरीज 0-2 से गंवा बैठी है तो एक बार फिर सबके निशाने पर गंभीर आ गए हैं। हालांकि, कोच ने भी अब इस पर अपनी चुप्पी तोड़ी है और कहा है कि उनके भविष्य पर फैसला भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) करेगा।
13 महीने में गंवाई दूसरी घरेलू सीरीज :
भारत को घर पर एक और शर्मनाक हार मिली है। दक्षिण अफ्रीका ने गुवाहाटी टेस्ट 408 रन से जीतकर भारत का दो मैचों की टेस्ट सीरीज में सूपड़ा साफ कर दिया। कोलकाता टेस्ट को दक्षिण अफ्रीका ने 30 रन से अपने नाम किया था। दक्षिण अफ्रीका ने 549 रन का लक्ष्य रखा था। विश्व टेस्ट चैंपियन ने भारत को दूसरी पारी में 140 रन पर समेट दिया और 408 रन से जीत दर्ज की। 13 महीने के अंदर घर पर भारत को दूसरी बार किसी टीम ने टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप किया है। इससे पहले अक्तूबर-नवंबर 2024 में न्यूजीलैंड ने भारत को तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-0 से हराया था।
भविष्य को लेकर स्पष्ट जवाब दिया :
गंभीर ने जहां अपने भविष्य के सवाल पर स्पष्ट जवाब दिया तो वहीं सभी को याद दिलाया कि लोगों को यह नहीं भूलना चाहिए कि उनके कार्यकाल के दौरान टीम ने क्या सफलताएं हासिल की है। गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘बीसीसीआई मेरे भविष्य पर फैसला करेगा। मैंने पहले भी कहा है कि मैं नहीं, भारतीय क्रिकेट जरूरी है। लेकिन मैं वही इंसान हूं जिसने आपको इंग्लैंड और चैंपियंस ट्रॉफी के कोच के तौर पर नतीजे दिलाए।’ गंभीर के कोच रहते भारत ने इस साल की शुरुआत में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था, जबकि इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज 2-2 से ड्रॉ कराई थी।
गंभीर ने कहा, दोष सभी का है और इसकी शुरुआत मुझसे होती है। हमें अच्छा खेलना चाहिए था। 95/1 से 122/7 तक का स्कोर होना स्वीकार्य नहीं है। आप किसी एक खिलाड़ी या किसी एक शॉट को दोष नहीं दे सकते। गलती सभी की है। मैं कभी किसी एक को गलत नहीं बताता और ना ही ऐसा करने दूंगा।
गंभीर के कोच रहते भारत ने गंवाए 10 टेस्ट :
गंभीर के कोच रहते भारत ने 18 में से 10 टेस्ट मैच गंवाए हैं जिसमें न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले साल क्लीन स्वीप भी शामिल है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गुवाहाटी टेस्ट में भारत को रनों के लिहाज से उसकी सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। टीम में लगातार बदलाव के कारण गंभीर की लगातार आलोचना हो रही है, विशेषकर लाल गेंद के प्रारूप में अधिक ऑलराउंडर खिलाने पर उनका विशेष ध्यान रहा है जिस कारण उन्हें निशाने पर लिया जा रहा है। गंभीर ने कहा, टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए आपको बेहद तेजतर्रार और प्रतिभाशाली क्रिकेटरों की जरूरत नहीं है। हमें सीमित कौशल वाले मजबूत व्यक्तित्व वाले खिलाड़ियों की ज़रूरत है। वे अच्छे टेस्ट क्रिकेटर बनते हैं।

