उत्तर बंग गौड़ ब्राह्मण सेवा ट्रस्ट की विशेष आमसभा भव्य रूप से संपन्न
थर्ड आई न्यूज
सिलीगुड़ी। उत्तर बंग गौड़ ब्राह्मण सेवा ट्रस्ट की विशेष आमसभा रविवार को सिलीगुड़ी स्थित ऋषि भवन में संपन्न हुई। यह आमसभा संगठन के भविष्य की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण रही, जिसमें ट्रस्ट के विस्तार, संगठनात्मक एकीकरण एवं दीर्घकालीन सामाजिक योजनाओं पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
इस विशेष आमसभा में सिलीगुड़ी सहित मालदा, समसी, सूखिया पोखरी, जलपाइगुड़ी, डूवार्स, फुलवारी एवं अन्य क्षेत्रों से बड़ी संख्या में गौड़ ब्राह्मण समाज के सदस्य उपस्थित रहे। बैठक की अध्यक्षता ट्रस्ट के अध्यक्ष शिवनाथ शर्मा ने की, जबकि संचालन अभिषेक शर्मा द्वारा किया गया। ट्रस्ट के सचिव मनोज शर्मा गौड़ ने बैठक की कार्यवाही एवं प्रस्तावों को सदन के समक्ष रखा।
आमसभा का प्रमुख निर्णय गौड़ ब्राह्मण महासभा का उत्तर बंग गौड़ ब्राह्मण सेवा ट्रस्ट में विधिवत् विलय रहा। इस निर्णय के माध्यम से संगठन को एकीकृत ढांचे में संचालित करने, निर्णय प्रक्रिया को सरल बनाने तथा सामाजिक सेवा कार्यों को अधिक प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने पर सहमति बनी।
बैठक में गुरुकुल एवं गौशाला की स्थापना हेतु संभावित भूमि के निरीक्षण से संबंधित प्रारंभिक जानकारी भी प्रस्तुत की गई, जिस पर सदन में सकारात्मक चर्चा हुई और आगे की कार्यवाही पर मार्गदर्शन दिया गया।
आमसभा के दौरान ट्रस्ट के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि यह रही कि स्वेच्छा से आठ नए ट्रस्टी ट्रस्ट से जुड़े। इसके साथ ही, गौड़ ब्राह्मण महासभा के सभी सदस्य अब आधिकारिक रूप से उत्तर बंग गौड़ ब्राह्मण सेवा ट्रस्ट के साधारण सदस्य बनाए गए, जिससे संगठन की सदस्यता आधार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
इस अवसर पर सभी ट्रस्टियों को औपचारिक रूप से ट्रस्टी सर्टिफिकेट प्रदान किए गए तथा लैपल पिन (बैज) पहनाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से ट्रस्टी जय प्रकाश शर्मा एवं हेतराम शर्मा सहित अन्य ट्रस्टीगण एवं वरिष्ठजन उपस्थित रहे।
अपने संबोधन में अध्यक्ष शिवनाथ शर्मा ने कहा कि समाज की उन्नति के लिए संगठित प्रयास, पारदर्शिता और सेवा भावना आवश्यक है। वहीं सचिव मनोज शर्मा गौड़ ने ट्रस्ट की वर्तमान स्थिति, सदस्यता विस्तार एवं आगामी कार्ययोजनाओं पर प्रकाश डाला।
विशेष आमसभा का समापन सामाजिक एकता, संगठनात्मक मजबूती और भविष्य की योजनाओं को लेकर सकारात्मक वातावरण के साथ हुआ। उपस्थित सदस्यों ने इस बैठक को उत्तर बंग गौड़ ब्राह्मण समाज के संगठनात्मक इतिहास की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया।

