आईएमडी का पूर्वानुमान: असम में और बारिश की आशंका, गुवाहाटी सबसे अधिक प्रभावित, निचले इलाके जलमग्न, ब्रह्मपुत्र में फेरी सेवा पर रोक

थर्ड आई न्यूज
गुवाहाटी I गुरुवार से असम के कई हिस्सों में भारी बारिश जारी है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहरों में जलजमाव, धीमी यातायात और भूस्खलन की आशंका ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है।
गुवाहाटी में लगातार बारिश के कारण हालात गंभीर हो गए हैं। सुबह से जारी मूसलधार बारिश ने निचले इलाकों को जलमग्न कर दिया है। जगह-जगह जलजमाव और बंद नालों के कारण पूरे शहर में जनजीवन प्रभावित हुआ है। यात्री जलजमाव, ट्रैफिक जाम और सार्वजनिक परिवहन में देरी से परेशान नजर आए, खासकर सुबह और शाम के व्यस्त समय में। महानगर के बेलतला, सर्वे, हातीगांव, नवीन नगर, अनिल नगर, रुक्मिणी गांव, चांदमारी राजगढ़ रोड के अंदरूनी इलाके पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं I
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 28 मई को जारी अपने पूर्वानुमान में पश्चिमी और दक्षिणी असम के हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी दी थी। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र के चलते यह मौसम प्रणाली बन रही है, जिससे गरज-चमक, तेज हवाएं और लगातार बारिश जारी रहने की संभावना है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) ने लोगों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है, खासकर गुवाहाटी और आसपास के पहाड़ी तथा बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वालों से। प्राधिकरण द्वारा जारी परामर्श में कहा गया:
“नगर प्रशासन स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली को सतर्क रखा गया है। सभी निवासियों, विशेषकर गुवाहाटी के लोगों से अनुरोध है कि आवश्यक सावधानियाँ बरतें और सतर्क रहें। दैनिक यात्री और लंबी दूरी के यात्रियों से आग्रह है कि वे अपनी यात्रा योजनाएं बारिश की तीव्रता के अनुसार समायोजित करें और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। निचले और पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बाढ़ या भूस्खलन के किसी भी संकेत पर सतर्क रहना चाहिए। सभी लोग मौसम विभाग के आधिकारिक अपडेट और स्थानीय प्रशासन की सलाहों का पालन करें ताकि इस लंबी बारिश की अवधि के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।”
जिन जिलों पर अधिक असर पड़ने की आशंका है, उनमें कामरूप (मेट्रो और ग्रामीण), बरपेटा , ग्वालपाड़ा, बोंगाईगांव, कोकराझार, चिरांग, हैलाकांडी और कछार आदि शामिल हैं। ASDMA के अनुसार, इन क्षेत्रों में अगले 48 से 72 घंटों के दौरान तेज हवाएं, गरज के साथ बारिश और संभावित रूप से हानिकारक मौसम गतिविधि हो सकती है।
गुवाहाटी के कई हिस्सों में, कल से लेकर आज तक, लोगों ने सड़कों पर टखनों से लेकर घुटनों तक पानी भरने की शिकायत की है। कई स्थानीय दुकानों को समय से पहले बंद करना पड़ा क्योंकि ग्राहक या कर्मचारी पहुंच नहीं सके। कम से कम दो स्थानों पर पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आईं, हालांकि किसी के घायल होने की पुष्टि नहीं हुई है। नगर प्रशासन ने अतिरिक्त टीमों को तैनात किया है ताकि मलबा हटाने और जल निकासी की सफाई का काम तेजी से हो सके।
ASDMA ने यह भी चेतावनी दी है कि लगातार बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में मिट्टी कमजोर हो सकती है, जिससे स्थानीय स्तर पर भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है—विशेष रूप से मालीगांव, चांदमारी और कहिलीपाड़ा के हिस्सों में।
इसलिए प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे मौसम से जुड़ी सावधानियां अपनाएं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें।