आईआईएम गुवाहाटी: पूर्वोत्तर के शिक्षा परिदृश्य का नया अध्याय — राजस्थान फाउंडेशन

थर्ड आई न्यूज़

गुवाहाटी, 13 अगस्त:
केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा गुवाहाटी में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) की स्थापना के विधेयक को मंजूरी मिलने पर राजस्थान फाउंडेशन, असम चैप्टर के अध्यक्ष रतन शर्मा ने इसे पूर्वोत्तर के शिक्षा परिदृश्य का “क्रांतिकारी अध्याय” बताया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा के दूरदर्शी नेतृत्व का परिणाम है।

रतन शर्मा ने बताया कि गुवाहाटी का यह आईआईएम, शिलांग के बाद पूर्वोत्तर का दूसरा और देश का 22वाँ आईआईएम होगा। इससे गुवाहाटी देश का एक प्रमुख शैक्षणिक हब बन जाएगा, क्योंकि यहां पहले से ही आईआईटी गुवाहाटी, राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, न्यायिक अकादमी और एम्स जैसे शीर्ष संस्थान मौजूद हैं।

उन्होंने कहा कि नया आईआईएम देशभर के विद्यार्थियों को उच्च-गुणवत्ता वाली प्रबंधन शिक्षा, शोध के अवसर और उद्यमिता को बढ़ावा देने का मंच प्रदान करेगा। यह न केवल शीर्ष प्रतिभाओं को आकर्षित करेगा, बल्कि देश के आर्थिक विकास के लिए आवश्यक क्षेत्रों में क्षमता निर्माण में भी योगदान देगा।

राजस्थान फाउंडेशन, असम चैप्टर के मंत्री शंकर बिरला ने कहा कि पूर्वोत्तर में कला एवं संगीत से जुड़ी अपार प्रतिभाएं हैं। शीघ्र ही फाउंडेशन का प्रतिनिधि मंडल केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से मुलाकात कर गुवाहाटी में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा की शाखा खोलने की मांग करेगा, ताकि स्थानीय प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सके।

साथ ही प्रतिनिधि मंडल असम के तिनसुकिया जिले में पर्यटन भवन निर्माण हेतु केंद्र सरकार से निवेदन करेगा, जिससे परशुराम कुंड सहित उस क्षेत्र के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिले और प्रधानमंत्री के “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के लक्ष्य को साकार करने में मदद हो।

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