गरिमा गर्ग ने की भावनात्मक अपील – जुबिन के नाम पर राजनीति न करें
थर्ड आई न्यूज
गुवाहाटी, 24 अक्टूबर।
असम के महान संगीतकार स्वर्गीय जुबिन गर्ग की पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग ने समाज के सभी वर्गों से भावनात्मक अपील की है कि “जुबिन दा” के नाम पर राजनीति न की जाए।
गुरुवार देर रात मीडिया से बातचीत में गरिमा गर्ग ने कहा —
“राजनीति को वहां प्रवेश नहीं करना चाहिए, जहाँ जुबिन कभी नहीं चाहते थे। मेरे परिवार और मैं नहीं चाहते कि इस पूरे मामले में राजनीति हो। हमने शुरू से ही शांति की अपील की है। यह न धर्म का विषय है, न भाषा का — यह केवल न्याय की मांग है। हम किसी भी पक्ष से राजनीति नहीं चाहते।”
हाल के दिनों में जुबिन गर्ग के निधन से जुड़ी जांच पर राजनीतिक बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप बढ़ने से मामला तूल पकड़ चुका है। कई राजनीतिक दलों और व्यक्तियों द्वारा इसे अपने हित में भुनाने की कोशिश के चलते आम नागरिकों और जुबिन के प्रशंसकों में चिंता बढ़ गई है कि “जस्टिस फॉर जुबिन” की वास्तविक मांग कहीं राजनीतिक एजेंडे की भेंट न चढ़ जाए।
इस बीच, विशेष जांच के (SIT) गुरुवार रात सिंगापुर से असम लौट आया है। यह टीम विशेष पुलिस महानिदेशक (CID) मुन्ना प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में कार्य कर रही है और आज मीडिया को विदेश में की गई जांच और एकत्रित सबूतों के बारे में जानकारी देगी।
गरिमा गर्ग की इस अपील को सोशल मीडिया पर व्यापक समर्थन मिल रहा है। असमवासियों ने एक स्वर में कहा है कि “जुबिन दा” केवल एक कलाकार नहीं, बल्कि असम की आत्मा थे — और उनके नाम पर किसी प्रकार की राजनीतिक छीना-झपटी असम की संस्कृति का अपमान होगी।

