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IND vs SA: 149 साल के टेस्ट इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा, द. अफ्रीका के शीर्ष-4 से जुड़ा है मामला; कुलदीप चमके

थर्ड आई न्यूज

गुवाहाटी I भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन का खेल समाप्त हो गया। दक्षिण अफ्रीका ने दिन के खेल की समाप्ति तक पहली पारी में छह विकेट पर 247 रन बनाए हैं। स्टंप्स के समय क्रीज पर सेनुरन मुथुसामी 25 रन और काइल वेरेने एक रन बनाकर मौजूद हैं। दक्षिण अफ्रीका ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया।

भारत ने किए दो बदलाव :
भारत इस मैच में नियमित कप्तान शुभमन गिल की अनुपस्थिति में ऋषभ पंत की अगुआई में खेलने उतरा है। भारत इस मैच में भी टॉस नहीं जीत सका। भारत ने अपनी अंतिम एकादश में दो बदलाव किए हैं। गिल के स्थान पर साई सुदर्शन और अक्षर पटेल की जगह नीतीश कुमार रेड्डी को टीम में लिया गया है। दक्षिण अफ्रीका ने कोलकाता में खेले गए पहले टेस्ट मैच में 30 रन से जीत दर्ज करने वाली अपनी टीम में एक बदलाव करके कोर्बिन बॉस की जगह सेनुरन मुथुसामी को अपनी अंतिम एकादश में शामिल किया है।

पहले दिन कोई बल्लेबाज नहीं लगा सका पचासा :
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दूसरे टेस्ट के पहले दिन एक भी अर्धशतक देखने को नहीं मिला, लेकिन इस दौरान कुछ ऐसा हुआ जो 149 साल के टेस्ट इतिहास में इससे पहले कभी नहीं हुआ था। पहली बार ऐसा हुआ है जब पारी में किसी टीम के शीर्ष चार बल्लेबाजों ने 35 या इससे अधिक रन बनाए, लेकिन कोई भी 50 रनों का आंकड़ा पार नहीं कर सका। दरअसल, पहले बल्लेबाजी करते हुए एडेन मार्करम और रेयान रिकेल्टन ने पहले विकेट के लिए 82 रन जोड़कर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। ये मौजूदा सीरीज में अब तक की सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी है। हालांकि, इसे जसप्रीत बुमराह ने मार्करम को आउट कर तोड़ा जो 38 रन बनाकर आउट हुए। बुमराह ने पहले सत्र की समाप्ति से ठीक पहले मार्करम को बोल्ड किया।

कुलदीप की फिरकी का चला जादू :
इसके बाद कुलदीप की फिरकी का जादू चला और टीम ने वापसी करने की कोशिश की। बाएं हाथ के कलाई के गेंदबाज कुलदीप ने दूसरे सत्र के शुरू में ही दूसरे सलामी बल्लेबाज रेयान रिकेल्टन को आउट करके दक्षिण अफ्रीका के खेमे में खलबली मचा दी। रिकेल्टन 35 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद बावुमा और स्टब्स ने धैर्य से काम लिया और दूसरे सत्र में अपनी टीम को कोई और झटका नहीं लगने दिया। स्टब्स को लय हासिल करने में कुछ समय लगा लेकिन इसके बाद उन्होंने आत्मविश्वास से भरे शॉट खेले। उन्होंने कुलदीप की गेंद पर लांग आफ पर छक्का भी लगाया। दूसरी तरफ बावुमा ने किसी तरह की हड़बड़ी नहीं दिखाई और सहजता से रन बटोरे।

बावुमा ने इस दौरान कप्तान के तौर पर टेस्ट में 1000 रन पूरे किए और वह दक्षिण अफ्रीका के लिए ऐसा करने वाले नौवें खिलाड़ी बने। बावुमा लगातार दूसरा अर्धशतक लगाने के करीब पहुंच गए थे, लेकिन जडेजा ने यशस्वी के हाथों कैच कराकर बावुमा की पारी का अंत कर दिया। बावुमा 41 रन बनाकर पवेलियन लौटे। स्टब्स लय में दिख रहे थे, लेकिन उन्हें कुलदीप ने राहुल के हाथों कैच कराया और वह 49 रन बनाकर आउट हुए। इस तरह दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष चार बल्लेबाजों ने 35+ का स्कोर बनाया, लेकिन कोई भी अर्धशतक नहीं लगा सका है। ऐसा टेस्ट क्रिकेट के 149 साल के इतिहास में पहली बार देखने मिला है।

दूसरे दिन पारी जल्द समेटने पर नजर :
भारत ने कुलदीप की अगुआई में गेंदबाजों की मदद से वापसी की कोशिश की और वियान मुल्डर को 13 रन पर आउट कर दक्षिण अफ्रीका की आधी टीम पवेलियन भेज दी। लेकिन तीसरे सत्र में मुथुसामी और डि जॉर्जी टिक गए। इन दोनों के बीच अच्छी साझेदारी पनप रही थी, फिर सिराज ने दूसरी नई गेंद का फायदा उठाया और पंत के हाथों कैच कराकर डि जॉर्जी को पवेलियन की राह दिखाई। डि जॉर्जी 28 रन बनाकर आउट हुए। अब दूसरे दिन भारतीय गेंदबाजों की कोशिश दक्षिण अफ्रीका की पारी जल्द समेटने पर टिकी होगी। भारत के लिए कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए, जबकि जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और रवींद्र जडेजा को एक-एक सफलता मिली है।

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