गुवाहाटी में प्रधानमंत्री मोदी का भव्य रोड शो, 3.8 किलोमीटर के मार्ग पर उमड़ा जनसैलाब
थर्ड आई न्यूज
गुवाहाटी I प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार शाम गुवाहाटी में आयोजित 3.8 किलोमीटर लंबे भव्य रोड शो के दौरान सड़कों पर उमड़े विशाल जनसमूह का अभिवादन किया। प्रधानमंत्री का काफिला राष्ट्रीय राजमार्ग-27 पर स्थित सरूसजाई के अर्जुन भोगेश्वर बरुआ स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स से प्रारंभ होकर बशिष्ठ चारिआली के निकट भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पर समाप्त हुआ। रोड शो के बाद प्रधानमंत्री भाजपा के राज्य मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से मुलाकात करने वाले हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप सैकिया सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता प्रधानमंत्री के साथ मौजूद रहे। आयोजकों के अनुसार, इस रोड शो में 50 हजार से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया।
यह रोड शो असम की जनजातीय और जातीय सांस्कृतिक विरासत के जीवंत उत्सव के रूप में आयोजित किया गया था। मार्ग के दोनों ओर लगाए गए मंचों पर सैकड़ों कलाकारों ने पारंपरिक नृत्य, लोक संगीत और स्वदेशी वाद्य यंत्रों की प्रस्तुतियां दीं, जो राज्य की विविध सांस्कृतिक पहचान को दर्शाती रहीं। भाजपा असम मीडिया रिलेशंस कन्वीनर ध्रुवज्योति मराल के अनुसार, यह आयोजन असम की सांस्कृतिक बहुलता का प्रतीक था।
रोड शो के pahle प्रधानमंत्री ने लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (एलजीबीआई) के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया तथा भारत रत्न लोकप्रिया गोपीनाथ बोरदोलोई की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया।
गुवाहाटी एयरपोर्ट का यह नया विशाल टर्मिनल प्रतिवर्ष 1.3 करोड़ यात्रियों को संभालने की क्षमता रखता है और इससे पूर्वोत्तर क्षेत्र की हवाई संपर्क व्यवस्था को उल्लेखनीय बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। “बैंबू ऑर्किड्स” थीम पर आधारित इस टर्मिनल की वास्तुकला क्षेत्र की जैव विविधता और सांस्कृतिक विरासत से प्रेरित है। इसमें स्वदेशी ऑर्किड, बांस की आकृतियां, काजीरंगा से प्रेरित हरित परिदृश्य तथा लगभग एक लाख पौधों वाला अनूठा ‘स्काई फॉरेस्ट’ शामिल है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने असम के महान स्वतंत्रता सेनानी और पहले मुख्यमंत्री लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई की 28 फीट ऊंची प्रतिमा का भी अनावरण किया। यह प्रतिमा 18 फीट की मूर्ति और 10 फीट के आधार पर स्थापित की गई है, जिसे दिवंगत प्रसिद्ध मूर्तिकार राम वी. सुतार के पुत्र ने निर्मित किया है। यह प्रतिमा हवाई अड्डे की एक प्रमुख पहचान बनने की संभावना रखती है।
हवाई अड्डे पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि नया टर्मिनल असम के नागरिक उड्डयन ढांचे में एक ऐतिहासिक परिवर्तन का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पहले तक असम के लिए ऐसी विश्वस्तरीय सुविधा की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। मुख्यमंत्री ने भविष्य में एयरपोर्ट के समीप एयरोहब विकसित करने की योजना की भी घोषणा की, जिसमें होटल, कन्वेंशन सेंटर, पायलट प्रशिक्षण सिमुलेशन सेंटर सहित अन्य आधारभूत सुविधाएं शामिल होंगी।
इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी के 21 दिसंबर को प्रस्तावित दौरे को लेकर असम के नामरूप औद्योगिक क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। प्रधानमंत्री यहां नामरूप उर्वरक संयंत्र में एक बड़े उर्वरक प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे। लगभग 10,000 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना में 60 प्रतिशत वित्त पोषण केंद्र सरकार और 40 प्रतिशत असम सरकार द्वारा किया जाएगा। परियोजना पूर्ण होने पर यह संयंत्र प्रतिवर्ष 12 लाख मीट्रिक टन उर्वरक का उत्पादन करेगा।

