धुबड़ी में पहली बार हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन : पद्मश्री सुरेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में कवियों की टोली ने बांधा समां
थर्ड आई न्यूज
धुबड़ी से रविन्द्र तोदी
नृत्यांगन गोष्ठी की पहल पर
धुबड़ी में पहली बार आयोजित हास्य कवि सम्मेलन में पद्मश्री सुरेन्द्र शर्मा, डॉ प्रतीक गुप्ता व विनोद पाल ने जबरदस्त शमां बांधा। उन्होंने अपनी हास्य रस से भरपूर कविताओं के जरिए दर्शकों को लोटपोट कर दिया। स्थानीय जिला पुस्तकालय सभागार में आयोजित सम्मेलन का शुभारंभ कवि व लेखक सुरेन्द्र शर्मा, गोष्ठी की अध्यक्षा डॉ प्रतिमा नियोगी, वरिष्ठ समाजसेवी विमल ओसवाल, सुरेश हरलालका,बी के जैन द्वारा द्वीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इसके पश्चात सभी कवियों का फुलाम गामोछा,जापी व कृतज्ञता पत्र भेंट कर अभिनंदन किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षा डॉ प्रतिमा नियोगी ने सम्मेलन के आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश का साहित्य जिनके हाथों में सुरक्षित है, ऐसे कवि ही समाज के दर्पण स्वरूप है। इस बात को ध्यान में रखकर समाज व आज की युवा पीढ़ी में उत्साह जगाने के उद्देश्य से कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
उधर, कवि सुरेन्द्र शर्मा ने अपने चीर परिचित अंदाज में समाज, राष्ट्र, व्यापार व पति-पत्नी पर एक से बढ़कर एक हास्य व्यंग के साथ सामाजिक सीख देने वाली कविताओं के जरिए वहां उपस्थित दर्शकों को ठहाके लगाने पर मजबूर कर दिया। वहीं मेरठ से आए डॉ प्रतीक गुप्ता व दिल्ली के विनोद पाल ने भी हास्य व्यंग से भरी कविताओं के जरिए सम्मेलन में चार चांद लगा दिए। धुबड़ी में पहली बार इस तरह के आयोजन में दर्शकों का अनुभव जबरदस्त तौर पर खुशनुमा देखा गया। सभी ने इस तरह की पहल व सोच के लिए आयोजकों की जमकर सराहना की।
दुसरी ओर कविताओं के शुभारंभ से पहले दर्शकों को संबोधित करते हुए पद्मश्री सुरेन्द्र शर्मा ने हिन्दी के सम्मान में इतने बड़े स्तर पर इस तरह के आयोजन के लिए संयोजक दिपांकर मजुमदार की जमकर प्रशंसा की I गोष्ठी के सदस्य ललित गुलगुलिया ने शुरुआती कार्यक्रम का सफल संचालन किया, जबकि मोमीता राय चौधरी ने अंत में सभी को धन्यवाद प्रेषित किया।