Sensex Closing Bell: एमपीसी के एलानों के बाद बाजार में उतार-चढ़ाव, सेंसेक्स 198 अंक गिरा, निफ्टी 23600 से नीचे

थर्ड आई न्यूज

नई दिल्ली l शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुए। आरबीआई की ओर से ब्याज दरों में कटौती से बाजार को कोई बड़ा झटका नहीं लगा और विदेशी पूंजी निकासी के बीच निवेशक मुनाफावसूली पर चले गए। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज करते हुए उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 197.97 अंक या 0.25 प्रतिशत गिरकर 77,860.19 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 582.42 अंक या 0.74 प्रतिशत गिरकर 77,475.74 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 43.40 अंक या 0.18 प्रतिशत गिरकर 23,559.95 पर आ गया।

आईटीसी के शेयरों में 2 प्रतिशत से अधिक की बढ़त :
30 शेयरों वाली ब्लू-चिप कंपनी आईटीसी के शेयर में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। कंपनी ने कमजोर मांग और इनपुट लागत में तीव्र वृद्धि के कारण दिसंबर तिमाही के लिए समेकित शुद्ध लाभ में 7.27 प्रतिशत की गिरावट के साथ इसके 5,013.16 करोड़ रुपये रहने की जानकारी दी है। भारतीय स्टेट बैंक, अदाणी पोर्ट्स, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और पावरग्रिड के शेयर भी कमजोर हुए।

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, “चूंकि ब्याज दरों में कटौती से कोई बड़ा आश्चर्य नहीं हुआ, इसलिए निवेशकों को नए आरबीआई गवर्नर की टिप्पणियों में कुछ भी दिलचस्प नहीं लगा। बैंकिंग, तेल व गैस, एफएमसीजी और बिजली कंपनियों के शेयरों में एफआईआई की लगातार मुनाफावसूली ने निवेशकों को सतर्कता बरतने के लिए प्रेरित किया है।” लाभ में रहने वाले शेयरों में टाटा स्टील में 4 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई।

भारतीय एयरटेल के शेयर चार प्रतिशत चढ़े :
भारती एयरटेल के शेयर में लगभग 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई, क्योंकि कंपनी ने बताया कि उसका समेकित शुद्ध लाभ पांच गुना से अधिक बढ़कर 16,134.6 करोड़ रुपये हो गया है। यह वृद्धि इंडस टावर कारोबार के समेकन और टैरिफ बढ़ोतरी के लाभ के कारण संभव हुई है। जोमैटो, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट और टेक महिंद्रा भी लाभ में रहने वाले अन्य शेयर रहे। ब्याज दर संवेदनशील रियल्टी और ऑटो क्षेत्र के कुछ शेयर सकारात्मक दायरे में बंद हुए।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “व्यापक बाजार का प्रदर्शन कमजोर रहा, लेकिन मांग में वृद्धि की उम्मीद के बीच धातु क्षेत्र में तेजी आई।” नए गवर्नर के नेतृत्व में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा सुस्त अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए शुक्रवार को लगभग पांच वर्षों में पहली बार प्रमुख बेंचमार्क दर में कटौती किए जाने के बाद आवास, ऑटो और अन्य ऋणों की ब्याज दरों में गिरावट आने की संभावना है।

आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति ने रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती कर इसे 6.25 प्रतिशत कर दिया। मई 2020 के बाद यह पहली कटौती थी और ढाई साल बाद इसमें पहली बार बदलाव किया गया। मल्होत्रा ने दिसंबर में 2025 की अंतिम द्विमासिक एमपीसी बैठक के कुछ ही दिनों बाद शक्तिकांत दास की जगह ली थी। उन्होंने अनुमान जताया है कि अप्रैल 2025 से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था 6.7 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी, जबकि मुद्रास्फीति दर घटकर 4.2 प्रतिशत हो जाएगी।

आरबीआई ने चालू वित्तीय वर्ष में वृद्धि दर 6.4% रहने का अनुमान जताया :
31 मार्च को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए आरबीआई ने सरकारी अनुमान का हवाला देते हुए विकास दर 6.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है, यह अनुमान चार वर्षों में सबसे खराब है और पूर्व के अनुमान 6.6 प्रतिशत से कम है। केंद्रीय बैंक ने मुद्रास्फीति दर 4.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है। रेपो दर बचत और निवेश उत्पादों पर मिलने वाले रिटर्न भी तय करती है। उच्च रेपो दर से सावधि जमा और अन्य बचत साधनों पर बेहतर रिटर्न मिल सकता है। बैंक जमा को आकर्षित करने के लिए उच्च ब्याज दर प्रदान करते हैं। दूसरी ओर, कम रेपो दरें इन बचत उत्पादों पर अर्जित ब्याज को कम कर सकती हैं। एशियाई बाजारों में सियोल और टोक्यो में गिरावट रही, जबकि शंघाई और हांगकांग में तेजी रही। यूरोपीय बाजार अधिकतर गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। गुरूवार को अमेरिकी बाजार अधिकतर बढ़त के साथ बंद हुए। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.73 प्रतिशत बढ़कर 74.83 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 3,549.95 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। गुरुवार को बीएसई का सेंसेक्स 213.12 अंक या 0.27 प्रतिशत गिरकर 78,058.16 अंक पर बंद हुआ था। निफ्टी 92.95 अंक या 0.39 प्रतिशत गिरकर 23,603.35 अंक पर बंद हुआ था।

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