
स्वरों के सौरभ से सुशोभित – भाई राजेश शर्मा: राजस्थानी लोकगीतों की अमर गूंज
थर्ड आई न्यूज शंकर बिड़ला की तूलिका से…… संगीत आत्मा का स्पर्श है, और जब यह समर्पण, भक्ति और लोक संस्कृति के रंग में रच-बस जाए, तो वह अमरता की ओर अग्रसर हो जाता है। पूर्वोत्तर भारत में राजस्थानी लोकगीतों और भजनों की सुरीली गूंज को अपनी मधुर आवाज़ से अमिट बनाने वाले भाई राजेश…