असम के मुख्यमंत्री में मजबूत इच्छाशक्ति, भारत में सबसे शक्तिशाली नेताओं में से एक : मिथुन चक्रवर्ती

थर्ड आई न्यूज

सिलचर I प्रख्यात बॉलीवुड अभिनेता और भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती ने शुक्रवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा की सराहना करते हुए उन्हें “भारत के सबसे शक्तिशाली मुख्यमंत्रियों में से एक” और “मजबूत इच्छाशक्ति वाले नेता” के रूप में संबोधित किया। यह बयान उन्होंने सिलचर में आयोजित बराक सांस्कृतिक महोत्सव के भव्य समापन समारोह में भाग लेने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया, जिसे आखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने आयोजित किया था।

चक्रवर्ती ने मीडिया से बातचीत के दौरान असम के मुख्यमंत्री और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच स्पष्ट अंतर की बात की और कहा, “दोनों का कोई तुलना नहीं है।” उनके अनुसार, हिमंत विश्व शर्मा का नेतृत्व बेहद सशक्त और प्रभावशाली है, जबकि ममता बनर्जी की सरकार में कई कमजोरियां हैं।

मुर्शिदाबाद में वक्फ एक्ट के विरोध में हुए हिंसक घटनाक्रम पर चक्रवर्ती ने गहरी चिंता जताते हुए इसे “दुखद” करार दिया। उन्होंने कहा कि यदि इस तरह के विरोध प्रदर्शन जारी रहे, तो केंद्र सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए और जरूरत पड़ने पर पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करने का सुझाव भी दिया।

बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल के जरिए अवैध घुसपैठ के मुद्दे पर चक्रवर्ती ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना करते हुए कहा, “बीएसएफ को दोष देने के बजाय, उन्हें यह सवाल करना चाहिए कि उनकी पुलिस क्या कर रही है।” चक्रवर्ती ने ममता बनर्जी के बयानों को तर्कहीन बताते हुए सरकार से अधिक जिम्मेदारी लेने की अपील की।

तृणमूल कांग्रेस से अपने पूर्व जुड़ाव के बारे में एक सवाल के जवाब में चक्रवर्ती ने स्वीकार किया कि पार्टी में शामिल होना “उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती” थी। उन्होंने कहा, “आज की तृणमूल कांग्रेस और पहले की पार्टी में बड़ा अंतर है, और मुझे इस फैसले पर खेद है।”

चक्रवर्ती के यह बयान पश्चिम बंगाल में बढ़ती राजनीतिक तनाव और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में नेतृत्व और शासन के मसले पर गहरी चर्चा का कारण बने हैं।

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