Assam: ‘भारत लगातार आगे बढ़ रहा, पाकिस्तान संकट से ही जूझ रहा’, असम के सीएम हिमंत विश्व शर्मा की दुश्मन देश को खरी-खरी

थर्ड आई न्यूज

गुवाहाटी I असम के सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने एक बार फिर पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाई। भारत और पाकिस्तान के आर्थिक हालातों की तुलना करते हुए सीएम शर्मा ने कहा कि भारत लगातार वैश्विक मानक स्थापित करते हुए आगे बढ़ रहा है। मगर पाकिस्तान संकटों से ही जूझ रहा है। साथ ही दुनिया में उसका प्रभाव कम होता जा रहा है।

एक्स पर पोस्ट में सीएम शर्मा ने लिखा कि भारत वर्तमान में दुनिया के सबसे गतिशील और दूरदर्शी देशों में से एक है। जहां पाकिस्तान बार-बार संकटों और घटते प्रभाव से जूझ रहा है, वहीं भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है और विकास, प्रौद्योगिकी और आत्मनिर्भरता में वैश्विक मानक स्थापित कर रहा है।

शर्मा ने बताया कि भारत की जीडीपी मौजूदा समय में 4.19 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर है। भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। जबकि पाकिस्तान का सकल घरेलू उत्पाद सिर्फ 357 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, जो भारत के महाराष्ट्र के जीडीपी से भी कम है।

उन्होंने कहा कि रेलवे से लेकर रॉकेट प्रक्षेपण तक, भारत भविष्य के लिए निर्माण कर रहा है। 688.13 अरब अमेरिकी डॉलर के रिकॉर्ड विदेशी मुद्रा भंडार के साथ, भारत दुनिया में सबसे मजबूत वित्तीय ताकतों में से एक है। जबकि पाकिस्तान में विदेशी मुद्रा भंडार करीब 15.66 अरब अमेरिकी डॉलर है और बुनियादी आयातों के लिए उसे अक्सर आईएमएफ पर निर्भर रहना पड़ता है।

सीएम ने कहा कि भारत ने वित्त वर्ष 2024-25 में 825 बिलियन अमरीकी डॉलर का निर्यात किया। मगर पाकिस्तान ने मुश्किल से 35 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निर्यात किया, जो अभी भी बहुत कम औद्योगिक विविधीकरण के साथ कच्चे कपड़ा और चावल पर निर्भर है।

डिजिटल प्रभुत्व को लेकर उन्होंने कहा कि यूपीआई, आधार, डिजिलॉकर और ओएनडीसी के साथ भारत ने चुपचाप दुनिया का सबसे उन्नत डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा तैयार किया है, जो समावेश और नवाचार को शक्ति प्रदान करता है। जबकि पड़ोसी देश में सीमित वित्तीय समावेशन और बुनियादी ढांचे के साथ कोई तुलनीय राष्ट्रीय डिजिटल ढांचा नहीं है।

भाजपा नेता ने कहा कि भारत में 100 से अधिक यूनिकॉर्न स्टार्टअप हैं, जो फिनटेक से लेकर डीप टेक तक के क्षेत्रों में फल-फूल रहे हैं, जबकि पाकिस्तान में पांच से भी कम यूनिकॉर्न हैं और उभरती प्रौद्योगिकी में उनका वैश्विक प्रभाव नगण्य है। रणनीतिक स्वायत्तता: भारत ने तीन दशकों से अधिक समय में एक भी आईएमएफ बेलआउट की मांग नहीं की है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था उधार के समय और उधार के पैसे पर बनी है।

अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी को लेकर सीएम सरमा ने कहा कि चंद्रयान-3 से लेकर गगनयान तक, भारत अब दुनिया के शीर्ष अंतरिक्ष यात्रा करने वाले देशों में गिना जाता है। जबकि पाकिस्तान में कोई परिचालनगत अंतरिक्ष कार्यक्रम नहीं है और अत्याधुनिक वैश्विक नवाचार में कोई भागीदारी नहीं है। असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि संदेश स्पष्ट है भारत अब सिर्फ एक उभरती हुई शक्ति नहीं है, यह नई वैश्विक व्यवस्था में एक सत्तारूढ़ शक्ति है। हम नवाचार करते हैं, निर्यात करते हैं, निवेश करते हैं और निर्माण करते हैं – जबकि अन्य लोग उधार लेते हैं, दोष देते हैं और पीछे रह जाते हैं।

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