पूर्वोत्तर में मधुमेह व हार्मोन चिकित्सा पर केंद्रित 7वां प्रैक्टिकल एंडोक्राइनोलॉजी सम्मेलन सम्पन्न, वैज्ञानिक सोच और व्यावहारिक अनुभवों से सुसज्जित सम्मेलन में विशेषज्ञों ने साझा किए उपचार के नवीनतम दृष्टिकोण

थर्ड आई न्यूज़
गुवाहाटी, 4 मई। महानगर के एक होटल में आज 7वां प्रैक्टिकल एंडोक्राइनोलॉजी सम्मेलन भव्य रूप से आयोजित हुआ। यह सम्मेलन पूर्वोत्तर भारत में मधुमेह, थायराइड, मोटापा और हार्मोन संबंधी बीमारियों पर केंद्रित सबसे प्रतिष्ठित चिकित्सा मंचों में से एक माना जाता है।
सम्मेलन के विभिन्न सत्रों में मधुमेह, थायराइड और मोटापे के नवीनतम उपचार, प्रबंधन, सावधानियाँ और चिकित्सा के व्यावहारिक पहलुओं पर गहन चर्चा हुई। इस अवसर पर भारत के कोने-कोने से आए विशेषज्ञ चिकित्सकों ने अपने अनुभव और शोध आधारित विचार प्रस्तुत किए।
इस सम्मेलन की शुरुआत वर्ष 2018 में एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. मिथुन भरतिया की दूरदर्शिता के परिणामस्वरूप हुई थी। डॉ. भरतिया, जो यूके में 12 वर्षों तक एंडोक्राइनोलॉजी के क्षेत्र में कार्यरत रहे, पूर्वोत्तर के लोगों को उन्नत चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से असम लौटे। वे वर्तमान में एसोसिएशन ऑफ क्लिनिकल एंडोक्राइनोलॉजिस्ट ऑफ इंडिया के अध्यक्ष हैं तथा भारत में तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने वाले संगठन डीटेक के सह-संस्थापक भी हैं।
अपने संबोधन में डॉ. भरतिया ने भारत और ब्रिटेन की चिकित्सा पद्धतियों के बीच के अंतर को रेखांकित किया और बताया कि कैसे हम स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप एक प्रभावी, साक्ष्य-आधारित उपचार मॉडल विकसित कर सकते हैं।
कार्यक्रम के आयोजन अध्यक्ष के रूप में प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ. बंशी साबू और संयोजक के रूप में वरिष्ठ सलाहकार चिकित्सक डॉ. राजकुमार भरतिया ने सम्मेलन का संचालन किया।
सम्मेलन के दौरान देशभर के नामचीन डॉक्टरों और विशेषज्ञों ने अपने-अपने विषयों पर विचार साझा करते हुए प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया। सम्मेलन की वैज्ञानिक गुणवत्ता, प्रैक्टिकल दृष्टिकोण और क्षेत्रीय चिकित्सा उन्नयन की प्रतिबद्धता ने इसे एक सर्वोच्च श्रेणी का शैक्षणिक आयोजन बना दिया।