नगांव में बाढ़ का कहर: कोपिली नदी खतरे के निशान से ऊपर, कई गांव जलमग्न

थर्ड आई न्यूज
नगांव से जयप्रकाश सिंह
लगातार दो दिनों से हो रही मूसलधार बारिश के कारण नगांव जिले में बाढ़ की स्थिति अत्यंत गंभीर हो गई है। कार्बीलांग्पी पनबिजली परियोजना और खानडोंग डैम से पानी छोड़े जाने के बाद जिले के रोहा, कामपुर, कलियाबर और यमुनामुख क्षेत्र सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के चलते सैकड़ों लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।
कामपुर क्षेत्र में बरपानी और कोपिली नदियां खतरे के निशान से 1.2 मीटर ऊपर बह रही हैं, जिससे तटीय गांवों में भारी तबाही मची है। कलियाबर और कामपुर राजस्व चक्र अंतर्गत दर्जनों गांव जलमग्न हो चुके हैं। जिला प्रशासन द्वारा माइकिंग के माध्यम से लोगों को सतर्क रहने और ऊंचे स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है।
बाढ़ से प्रभावित गांवों की स्थिति :
कलियाबर राजस्व चक्र अंतर्गत नलतली, बेसलीमारी, अंजूकपानी, कावईमारी, कामाख्या, सीमाना बस्ती नंबर 1, बैरघुली नंबर 1, लेंगटेग सहित 12 गांव गंभीर रूप से बाढ़ से प्रभावित हैं। जिले के गारोखुंदा, पश्चिम कावईमारी, बरचुंग और अन्य इलाकों में भी पानी घुस चुका है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित :
कठियातोली खंड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से मरीजों और स्वास्थ्यकर्मियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जलभराव के कारण इलाज में बाधा आ रही है और आवश्यक सेवाएं बाधित हो गई हैं।
नगांव शहर में कृत्रिम बाढ़ :
लगातार रिमझिम बारिश के चलते नगांव शहर के निचले इलाकों में कृत्रिम बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई घरों और दुकानों में पानी घुस चुका है, जिससे लोग अपने सामानों को ऊंचे स्थानों पर सुरक्षित रखने में जुटे हैं। हालात को देखते हुए जिले के कुछ निजी विद्यालयों को आज बंद कर दिया गया।
प्रशासन की ओर से राहत एवं बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं, लेकिन पानी की तीव्र गति और लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण हालात अत्यंत चिंताजनक बने हुए हैं।