Market Closing Bell: मामूली बढ़त के बाद हरे निशान पर बंद हुआ बाजार; सेंसेक्स 63 अंक चढ़ा, निफ्टी 25200 के पार

थर्ड आई न्यूज
नई दिल्ली I वैश्विक बाजार के कमजोर रुख और टैरिफ संबंधी अनिश्चितता के बीच बुधवार को शेयर बाजार मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 63.57 अंक या 0.08 प्रतिशत उछलकर 82,634.48 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान इसने 82,784.75 के उच्चतम और 82,342.94 के निम्नतम स्तर को छुआ। वहीं 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 16.25 अंक या 0.06 प्रतिशत की बढ़त के साथ 25,212.05 पर आ गया।
क्या रहा सेंसेक्स कंपनियों का हाल?
सेंसेक्स की कंपनियों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, टेक महिंद्रा, भारतीय स्टेट बैंक, इंफोसिस, अदानी पोर्ट्स और आईटीसी प्रमुख लाभ में रहीं। वहीं इटर्नल, सन फार्मा, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, बजाज फाइनेंस और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स प्रमुख पिछड़ने वाले शेयरों में शामिल रहे।
महिंद्रा और इंफोसिस के शेयरों में तेजी :
टेक महिंद्रा के शेयर बाजार बंद होने के बाद घोषित वित्तीय नतीजों से पहले 1.94 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई। कंपनी ने वित्त वर्ष 2026 की जून तिमाही में कर-पश्चात समेकित लाभ में 30 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की। यह 1,128.8 करोड़ रुपये रहा। इंफोसिस में 1.5 प्रतिशत की तेजी आई, जिससे प्रमुख सूचकांक हरे निशान में बंद हुए।
बीएसई क्षेत्रीय सूचकांक की स्थिति :
बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.28 प्रतिशत और मिडकैप सूचकांक 0.10 प्रतिशत चढ़ गया। बीएसई क्षेत्रीय सूचकांकों में बीएसई फोकस्ड आईटी 0.67 प्रतिशत चढ़ा, इसके बाद आईटी (0.66 प्रतिशत), सेवाएं (0.55 प्रतिशत), रियल्टी (0.50 प्रतिशत) और टेक (0.49 प्रतिशत) का स्थान रहा। कमोडिटीज, पूंजीगत सामान, धातु और औद्योगिक क्षेत्र पिछड़ गए।
विशेषज्ञों की राय?
लेमन मार्केट्स डेस्क के विश्लेषक गौरव गर्ग ने कहा कि विदेशी पूंजी प्रवाह, बाजार में अस्थिरता कम होने और आईटी शेयरों में खरीदारी बढ़ने के कारण भारतीय शेयर बाजार बुधवार को शुरुआती गिरावट से उबरते हुए मामूली बढ़त के साथ बंद हुए।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि भारत का व्यापक आर्थिक परिदृश्य मजबूत बना हुआ है। इसे मुद्रास्फीति में कमी, कम ब्याज दरें, स्वस्थ मानसून और नरम तेल कीमतों का समर्थन प्राप्त है। लगातार आठ महीनों से मुद्रास्फीति में गिरावट ने बाजार को बढ़ावा दिया है। हालांकि, निवेशक वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही की कॉर्पोरेट आय का आकलन करने के लिए निवेशक आशावाद और सतर्कता का मिश्रण दिखा रहे हैं। इसके अलावा टैरिफ संबंधी चिंताओं के बीच वैश्विक धारणा मिश्रित है। तांबे पर 50% शुल्क की घोषणा से यह चिंता उजागर हुई है और स्थिर मुद्रास्फीति के कारण निकट भविष्य में अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें धूमिल हो रही हैं। इससे बाजार में अनिश्चितता बढ़ रही है।
बजाज ब्रोकिंग रिसर्च के अनुसार बेंचमार्क इक्विटी सूचकांकों ने सीमित दायरे में मूल्य कार्रवाई दिखाई और मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। यह लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में बढ़त का संकेत है। वैश्विक टैरिफ घटनाक्रमों को लेकर व्याप्त अनिश्चितता के बीच बाजार प्रतिभागी सतर्क रहे।
यूरोपीय बाजारों में रहा मिला-जुला रुख :
एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225 सूचकांक, शंघाई का एसएसई कम्पोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट के साथ बंद हुए।यूरोपीय बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। मंगलवार को अमेरिकी बाजार ज्यादातर गिरावट के साथ बंद हुए।
ब्रेंट क्रूड का भाव गिरकर 68.55 डॉलर प्रति बैरल पहुंचा :
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.26 प्रतिशत गिरकर 68.55 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 120.47 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। मंगलवार को सेंसेक्स 317.45 अंक या 0.39 प्रतिशत चढ़कर 82,570.91 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 113.50 अंक या 0.45 प्रतिशत बढ़कर 25,195.80 पर बंद हुआ।