ए2जे2: सरदारशहर से गुवाहाटी तक, बहुविध प्रतिभा का चमकता सितारा

थर्ड आई न्यूज

गुवाहाटी I कला की दुनिया एक ऐसी दुनिया है जहाँ संघर्ष, परिश्रम और प्रतिभा का अद्भुत मिलाजुला होता है। ऐसे कलाकार, जो खुद में कई रूप समेटे होते हैं, किसी एक क्षेत्र में अपनी पहचान नहीं बना पाते, बल्कि कला के कई आयामों में अपने उत्कृष्ट योगदान से खुद को साबित करते हैं। ऐसे ही एक कलाकार हैं अक्की अवकाश जैन जम्मड़, जिन्हें उनके कला संसार में ए2जे2 के नाम से जाना जाता है। उनकी कड़ी मेहनत और बहुविध प्रतिभा ने उन्हें छोटे पर्दे से लेकर राष्ट्रीय मंचों तक पहचान दिलाई।

एक अद्वितीय यात्रा की शुरुआत :
अक्की अवकाश जैन जम्मड़, राजस्थान के चुरू जिले के सरदारशहर से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन उनका जन्म असम की राजधानी गुवाहाटी में हुआ। उनका बचपन और शिक्षा सरदारशहर में हुई, जबकि उन्होंने गुवाहाटी के कॉलेज से उच्च शिक्षा प्राप्त की। उनका दिल हमेशा कला के प्रति आकर्षित था, और पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने कला के क्षेत्र में अपनी यात्रा शुरू करने का फैसला किया।

कला से हर संघर्ष का सामना :
अक्की का जीवन केवल संघर्षों से भरा हुआ था। वे पहले व्यक्ति नहीं थे जो कला के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते थे, लेकिन उनका जुनून और संकल्प उन्हें आज इस मुकाम तक ले आया। किसी भी इंसान को सफलता एक पल में नहीं मिलती, और अक्की को भी सफलता पाने के लिए कई मुश्किलें झेलनी पड़ीं।

एक कलाकार की अनोखी पहचान :
अक्की, एक अभिनेता, लेखक और निर्देशक हैं। उन्होंने न केवल 70+ फिल्मों में अभिनय किया है, बल्कि 80+ लेखन कार्य भी किए हैं। उनके अभिनय की छाप हिंदी, असमिया, बंगाली, भोजपुरी और अंग्रेजी फिल्मों में देखी जा सकती है। उन्होंने हिंदी में 26 लघु फिल्में, दो असमिया सीरियल, 10 भोजपुरी गाने और 100+ थिएटर नाटकों में अभिनय किया है।

नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से शिक्षा और अपनी पहचान बनाना :
अक्की ने अपनी अभिनय यात्रा की शुरुआत नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा की कार्यशाला से की, और इसके बाद उन्होंने छोटे पर्दे पर अपना अभिनय प्रस्तुत किया। उनके अभिनय और लेखन की शैली ने उन्हें दर्शकों के बीच विशेष पहचान दिलाई। उन्होंने 15 साल के अपने कैरियर में छोटे पर्दे पर काम करते हुए बेहतरीन उपलब्धियाँ प्राप्त की हैं।

सामाजिक योगदान और ट्रेनिंग कार्यशाला :
अक्की अवकाश ने 19 सितंबर 2016 को अपना अभिनय ग्रुप ए2जे2:ग्रुप की शुरुआत की, जिसके अंतर्गत उन्होंने जीवनभर मुफ्त अभिनय प्रशिक्षण देने का वचन लिया। गुवाहाटी में उन्होंने 100+ नाटकों का आयोजन किया और यहाँ तक कि लोग अन्य राज्यों से भी इस प्रशिक्षण के लिए आने लगे। उनके ट्रेनिंग प्रोग्राम ने उन्हें न केवल गुवाहाटी बल्कि अन्य राज्यों में भी प्रसिद्धि दिलाई।

लेखन के क्षेत्र में भी उत्कृष्टता :
अक्की ने लेखन में भी खुद को साबित किया है। उन्होंने 25 स्क्रिप्ट्स लिखी हैं, जिनका प्रसारण दूरदर्शन पर हुआ है। उनकी लेखनी में हर बार नयापन और गहराई होती है, जो दर्शकों के दिल को छू जाती है।

समाज और परिवार के लिए गर्व :
अक्की की यात्रा ने न केवल उन्हें एक कलाकार के रूप में स्थापित किया है, बल्कि वे अपने परिवार, समाज और सरदारशहर गाँव के लिए भी गौरव का कारण बने हैं। उनके जीवन की यह कहानी यह दिखाती है कि अगर मेहनत और संकल्प मजबूत हो, तो कोई भी सपना हकीकत में बदल सकता है।

अक्की अवकाश जैन जम्मड़ की बहुविध कला यात्रा न केवल उन्हें सफलता दिलाने वाली है, बल्कि यह एक प्रेरणा बनकर सामने आएगी, जो अन्य लोगों को भी अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में प्रेरित करेगी। एक दिन उनका नाम न केवल भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध होगा।

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