पूर्वोत्तर प्रदेशीय मारवाड़ी सम्मेलन का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला, जुबिन गर्ग को ‘भारत रत्न’ देने की मांग

गुवाहाटी, 22 अक्टूबर।

पूर्वोत्तर प्रदेशीय मारवाड़ी सम्मेलन (पुप्रमास) के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज राजभवन में माननीय राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य से भेंटकर असम के महान गायक जुबिन गर्ग को भारत रत्न सम्मान देने की मांग की।

प्रांतीय अध्यक्ष कैलाश काबरा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल में राष्ट्रीय संगठन मंत्री बसंत सुराणा, प्रांतीय महामंत्री रमेश कुमार चांडक, प्रांतीय संगठन मंत्री मनोज जैन काला तथा प्रांतीय जनसंपर्क अधिकारी विवेक सांगानेरिया शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को एक पत्र सौंपा, जिसके माध्यम से यह अनुशंसा भारत सरकार तक पहुँचाने का आग्रह किया गया।

प्रतिनिधिमंडल ने महामहिम को अवगत कराया कि असम और देश के करोड़ों लोगों के प्रिय गायक, संवेदनशील कलाकार और असमिया संस्कृति के प्रतीक जुबिन गर्ग के असामयिक निधन से पूरा प्रदेश शोकाकुल है। यह केवल असम की नहीं, बल्कि पूरे भारत की अपूरणीय क्षति है।

संस्थान ने जुबिन गर्ग को असम अनुरागी “जननायक” की उपाधि देते हुए राज्यपाल से अनुरोध किया कि वे भारत सरकार को “भारत रत्न” सम्मान के लिए अनुशंसा भेजें। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि यह सम्मान केवल जुबिन गर्ग के कृतित्व और व्यक्तित्व का नहीं होगा, बल्कि असम की जनता और विश्वभर में उनके प्रशंसकों के लिए गर्व का विषय बनेगा।

प्रतिनिधिमंडल ने जुबिन गर्ग की संवेदनशीलता, मानवीयता और समाज के प्रति समर्पण को प्रेरणास्रोत बताते हुए कहा कि उनके योगदान को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाना आवश्यक है।

इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को दीपावली की शुभकामनाएँ प्रेषित कीं और पूर्वोत्तर में बसे मारवाड़ी समाज की भावनाओं से भी अवगत कराया।

राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने प्रतिनिधिमंडल की भावना की सराहना करते हुए इस पहल का स्वागत किया और कहा कि जुबिन गर्ग का संगीत एवं व्यक्तित्व असम की आत्मा से जुड़ा हुआ है। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से सौहार्द, समरसता और एकता बनाए रखते हुए राज्य की शांति एवं विकास में योगदान देने का आह्वान किया।

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