Header Advertisement     

धुबड़ी अग्रवाल समाज का सेवाभाव — सिख श्रद्धालुओं के दिलों में बस गया

थर्ड आई न्यूज़

धुबड़ी। अतिथि देवो भव की भावना का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करते हुए धुबड़ी अग्रवाल समाज ने इतिहास प्रसिद्ध गुरुद्वारा साहिब में आयोजित 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर शहर पहुंचे 600 से अधिक सिख श्रद्धालुओं के प्रति जो सेवा और आतिथ्य दिखाया, उसने सभी के दिल जीत लिए।

देश के विभिन्न प्रांतों — उड़ीसा, छत्तीसगढ़, पंजाब, दिल्ली आदि — से आए सिख श्रद्धालु जब धुबड़ी पहुंचे, तब अग्रवाल समाज के स्वयंसेवकों ने पूरी निष्ठा और तत्परता के साथ उनके ठहरने, भोजन और स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं की व्यवस्थित जिम्मेदारी संभाली। इससे अभिभूत होकर उड़ीसा से आए वरिष्ठ श्रद्धालु डॉ. आर.एस. चड्ढा ने अग्रवाल समाज के सेवा-भाव की मुक्तकंठ से प्रशंसा की और इसे सभी के लिए प्रेरणादायी बताया। रायपुर से आए श्रद्धालुओं ने भी कुशल व्यवस्थाओं की सराहना की।

उल्लेखनीय है कि धुबड़ी में सिख समुदाय नगण्य संख्या में है, इसके बावजूद हर वर्ष इस ऐतिहासिक गुरुद्वारा में हजारों श्रद्धालु शहीदी दिवस पर पहुंचते हैं। ऐसे में सिख प्रतिनिधि बोर्ड ईस्टर्न जोन के आह्वान पर शहर की विभिन्न सामाजिक संस्थाएँ और संगठन मिलकर श्रद्धालुओं की सेवा एवं सहयोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं — जो आपसी सद्भाव और भाईचारे का अनोखा संदेश देता है।

इसी कड़ी में धुबड़ी अग्रवाल समाज समिति ने इस वर्ष भी श्रद्धालुओं के लिए श्री सत्यनारायण ठाकुरबाड़ी भवन तथा जवाहर हिंदी उच्च विद्यालय में ठहरने की उत्तम व्यवस्था की।
समाज के अध्यक्ष सुरेश हरलालका ने कहा —
“समाज ने अतिथि देवो भव: की भारतीय परंपरा का पालन करते हुए श्रद्धालुओं को बेहतर सेवा और सुविधाएं उपलब्ध कराना अपना कर्तव्य समझा। महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों की विशेष देखभाल की गई।”

समिति के कोषाध्यक्ष मुकेश धनावत ने बताया कि स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को देखते हुए डॉक्टर्स की एक टीम और आवश्यक दवाइयों की व्यवस्था भी की गई। साथ ही श्रद्धालुओं के लौटते समय रेलवे स्टेशन पर समाज की ओर से सफर हेतु अल्पाहार पैकेट भी सौंपे गए।

इस सेवा कार्यक्रम को सफल बनाने में समाज के पदाधिकारियों और समर्पित सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिन्होंने दिन-रात श्रम कर यह सुनिश्चित किया कि धुबड़ी पहुंचने वाले किसी भी सिख श्रद्धालु को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *