गुवाहाटी की प्रमुख सड़कों पर ई-रिक्शा प्रतिबंधित होंगे, बिना पंजीकरण वाले वाहन होंगे जब्त: जीएमसी
थर्ड आई न्यूज
गुवाहाटी I वर्ष 2025 के अंतिम दिन, गुवाहाटी नगर निगम (GMC) के मेयर ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीते एक वर्ष की प्रमुख उपलब्धियों की जानकारी दी और 2026 के लिए एक महत्वाकांक्षी रोडमैप प्रस्तुत किया। इसमें स्वच्छता, आधारभूत संरचना विकास, राजस्व सृजन और नियामक सुधारों पर विशेष जोर दिया गया।
मेयर ने राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में गुवाहाटी को 44वां स्थान मिलने पर शहरवासियों का आभार जताया और इसे जनता के सहयोग व बेहतर नागरिक सहभागिता का परिणाम बताया।
शहर की ठोस अपशिष्ट प्रबंधन व्यवस्था पर प्रकाश डालते हुए मेयर ने कहा कि गुवाहाटी में प्रतिदिन लगभग 408 टन कचरे का निपटान किया जा रहा है, जबकि रोज़ाना करीब 700 टन कचरा एकत्र किया जाता है। पुराबी डेयरी में दो कचरा प्रसंस्करण केंद्र स्थापित किए गए हैं। पुराने डंपिंग ग्राउंड में चिन्हित लगभग 12 लाख टन पुराने कचरे के पूर्ण निपटान के लिए ठोस योजना तैयार की गई है। नए डंपिंग ग्राउंड में अब तक लगभग 3 लाख टन कचरे का निपटान हो चुका है।
कचरा पृथक्करण और पुनर्चक्रण को मजबूत करने के लिए अदाबाड़ी और फातासिल बाजार में दो मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (MRF) स्थापित की गई हैं, जहां सूखे कचरे को अलग-अलग कर प्रसंस्कृत किया जाता है।
मेयर ने बताया कि नगर नियोजन प्राधिकरण की सिफारिशों के आधार पर शहर के विभिन्न हिस्सों में फुटपाथ सौंदर्यीकरण का कार्य किया गया है और इसी प्रकार का कार्य नए आयुक्त कार्यालय के सामने भी प्रस्तावित है।
आधारभूत संरचना उन्नयन के तहत गुवाहाटी में 80 करोड़ रुपये की लागत से 34,250 स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं। इसके अलावा स्वच्छता सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए चार वाटर-स्प्रिंकलिंग वाहन खरीदे गए हैं और 250 कचरा संग्रहण वाहनों का ऑर्डर दिया गया है।
पेयजल समस्या के समाधान के लिए जल बोर्ड के माध्यम से उन क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है, जहां नियमित जल आपूर्ति नहीं है। धार्मिक आयोजनों के दौरान निशुल्क जल आपूर्ति भी की जा रही है। मेयर ने बताया कि लगभग 1,800 धार्मिक संस्थानों से आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से करीब 200 को जल कनेक्शन प्रदान किया जा चुका है।
2026 की योजनाओं की जानकारी देते हुए मेयर ने कहा कि नए वर्ष की शुरुआत से ही 132 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं शुरू होंगी। इसके तहत प्रत्येक वार्ड में 10 लाख रुपये की लागत से स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएंगी, सामुदायिक भवनों का निर्माण होगा और स्थानीय सड़कों के निर्माण व सुधार के लिए प्रति वार्ड 40 लाख रुपये आवंटित किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि शहर भर में 559 छोटे-बड़े नालों की सफाई और मरम्मत का कार्य शुरू किया गया है। साथ ही, घर-घर कचरा निपटान और पृथक्करण व्यवस्था अपनाने वाले परिवारों को जीएमसी सहयोग प्रदान करेगी।
राजस्व के मोर्चे पर मेयर ने कहा कि 2025 में जीएमसी ने करों के माध्यम से 70 करोड़ रुपये की वसूली की। विशेष कर वसूली शिविरों से एक महीने में 4 करोड़ रुपये जुटाए गए, जिसके बाद इन शिविरों को एक और महीने के लिए बढ़ा दिया गया। उन्होंने यह भी बताया कि अब तक गुवाहाटी में जल निकासी कार्यों पर लगभग 1,800 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं।
यातायात और नियामक मुद्दों पर मेयर ने घोषणा की कि बैटरी चालित ई-रिक्शाओं को शहर की प्रमुख सड़कों पर चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जीएमसी शीघ्र ही कड़े नियम लागू करेगा और बिना वैध जीएमसी पंजीकरण संख्या के चलने वाले किसी भी ई-रिक्शा को जब्त किया जाएगा।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से यह स्पष्ट हुआ कि 2026 में प्रवेश करते समय गुवाहाटी नगर निगम स्वच्छता, आधारभूत ढांचे के विस्तार, वित्तीय अनुशासन और नागरिक-केंद्रित शासन को अपनी प्राथमिकता बनाए रखेगा।


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