Dhanteras : धनतेरस की रात इस समय जलाएं यम दीप, नहीं सताएगा अकाल मृत्यु का भय
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थर्ड आई न्यूज
गुवाहाटी. हिंदू धर्म में यम दीपक का खास महत्व है. धनतेरस के दिन पूजा के बाद ये दीपक जलाया जाता है. इस साल यम दीपम का समय क्या है और इसे कैसे जलाते हैं आइए जानते हैं.
धनतेरस के दिन रात को यम दीपक जलाया जाता है. हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा करने से वाले व्यक्ति को जीवन में कभी भी अकाल मृत्यु का डर नहीं सताता. आज रात देवी लक्ष्मी के साथ भगवान धनवन्तरि और कुबेर की पूजा की जाती है. शाम को शुभ मुहूर्त में पूजा करने के बाद जब आप घर में 5 दीये जलाते हैं तो उसके बाद यम दीपक जलाया जाता है. यम दीपक जलाने की एक विधि होती है, इसे खास दिशा में रखा जाता है. हिंदू शास्त्रों के अनुसार यमदीपम के क्या नियम हैं आइए जानते हैं.
यम दीपक कब जलाएं :
आज शाम को धनतेरस की पूजा 5 बजकर 30 मिनट से लेकर 7 बजकर 02 मिनट के बीच की जाएगी. पूजा के बाद घर के मंदिर में पहले आप 5 दीये जलाएं और उसके बाद इस विधि से यम दीप जलाएं.
यम दीपक कैसे जलाएं :
चार मुंह वाला मिट्टी का दीया लें. इसमें 4 रूई की बत्ती बनाकर, इसमें सरसों का तेल भरें और इसे भगवान का ध्यान करते हुए अपने घर के सदस्यों की उपस्थिति में जलाएं. अब इसे एक प्लेट में रखकर ध्यान पूर्वक अपने घर की दक्षिण दिशा में इस तरह रखें कि किसी का पांव इस दीये पर गलती से भी न पड़े. मान्यता है कि ये दीया रातभर जलाया जाता है. जिस भी घर में यम दीप जलता है उस घर के सभी सदस्य स्वस्थ रहते हैं और उन्हे अकाल मृत्यु का भय नहीं सताता.