असम सत्र महासभा के वार्षिक अधिवेशन में बोले मंत्री जयंतमल बरूवा – सरकार असम की संस्कृति के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध
थर्ड आई न्यूज
होजाई से रमेश मुन्दड़ा
होजाई में पहली बार आयोजित असम सत्र महासभा का मध्यकालीन अधिवेशन संपन्न हुुआ I होजाई जिला सत्र महासभा के तत्वाधान में होजाई स्थित गीता आश्रम के प्रांगण में तीन दिवसीय कार्यक्रमों के तहत उक्त भव्य आयोजन हुआ। आज अंतिम दिन खुली सभा के दौरान असम सरकार के जन स्वास्थ्य एवं कार्यकारी मंत्री जयंतमल बरूवा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे । इस दौरान मंच पर उनके साथ असम सत्र महासभा के अध्यक्ष जितेंद्र नाथ प्रधानी, असम सत्र महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष भवानंद देव गोस्वामी, रविंद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय उपकुलपति मानवेंद्र दत्ता चौधरी, आयोजन समिति के अध्यक्ष शिलादित्य देव, होजाई पौर सभा की सभानेत्री चतुर्थी रानी विश्वास सहित कई विशिष्ट जन उपस्थित थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि जयंतमल बरुवा ने कहा कि असम श्रीमंत शंकरदेव-माधवदेव की भूमि है, यहां सभी जाति, जनगोष्टी समन्वय व भाईचारे के साथ प्रेम पूर्वक रहते हैं। उन्होंने कहा कि आज के इस आयोजन में सभी जाति, जन गोष्ठियों को साथ देख कर उन्हें काफी खुशी हो रही है और यही असम सत्र महासभा का लक्ष्य है।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री डॉ हिमंत विश्व शर्मा के नेतृत्व में असम निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर है और असम की संस्कृति के संरक्षण के लिए हम प्रतिबद्ध है। उन्होंने होजाई के गीता आश्रम में आयोजित असम सत्र महासभा के मध्यकालीन वार्षिक अधिवेशन के आयोजन समिति के अध्यक्ष शिलादित्य देव सहित कार्यकर्ताओं की भूरि-भूरि प्रशंसा की। वहीं संवाददाताओं से बात करते हुए आयोजन समिति के अध्यक्ष शिलादित्य देव ने कहा कि होजाई में पहली बार असम सत्र महासभा का मध्यकालीन वार्षिक अधिवेशन आयोजित हुआ है, जो कि होजाई जिलावासियों के लिए गर्व की बात है। उन्होंने जानकारी दी की सुबह के वक्त एक भव्य सांस्कृतिक शोभायात्रा निकाली गई, जो की अभूतपूर्व थी जिसमें स्थानीय असमिया, बंगाली,मारवाड़ी, बिहारी,नेपाली, मणिपुरी,कार्बी, दिमासा, कछारी, भोजपुरी समाज सहित सभी गोष्ठियों के लोग अपनी-अपनी पारंपरिक वेशभूषा में शोभायात्रा में सम्मिलित हुए I