हिमाचल, महाराष्ट्र और जम्मू- कश्मीर की तरह असम की भी होंगी दो राजधानी, डिब्रूगढ़ को लेकर हिमंत विश्व शर्मा का ऐलान
थर्ड आई न्यूज
गुवाहाटी : असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने राज्य के लिए बड़ा ऐलान किया है। डिब्रूगढ़ को एक पूर्ण शहर और असम की दूसरी राजधानी के रूप में उन्नत करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह निर्णय ठोस ग्राउंड वर्क कराने के बाद लिया गया है। इसका उद्देश्य जीवन को आसान बनाना और कनेक्टिविटी में सुधार करना है।
हिमंत ने कहा, ‘डिब्रूगढ़ को एक पूर्ण शहर के रूप में अपग्रेड करने और इसे असम की दूसरी राजधानी के रूप में बदलने की हमारी घोषणा, जीवन को आसान बनाने और कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए ठोस जमीनी कार्य द्वारा समर्थित है।
तीन वर्षों के अंदर डिवेलप हो जाएगा जिला :
डिब्रूगढ़, गुवाहाटी से 478 किलोमीटर पूर्व में स्थित जिला है। डिब्रूगढ़ को अगले तीन वर्षों के भीतर राज्य की दूसरी राजधानी के रूप में विकसित किया जाएगा। यह कदम प्रशासनिक कार्यों को अधिक समान रूप से वितरित करने, राज्य में विकास को बढ़ावा देने और विविध आबादी की जरूरतों को पूरा करने की एक बड़ी योजना का हिस्सा है। इसे असम में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले एक आउटरीच रणनीति के रूप में भी देखा जा रहा है।
पहले शिलांग हुआ करता था राजधानी :
ब्रिटिश औपनिवेशिक काल के दौरान शिलांग असम की राजधानी हुआ करता था और 1972 में मेघालय के गठन तक ऐसा ही रहा। 1973 में, राजधानी को आधिकारिक तौर पर गुवाहाटी के दिसपुर में स्थानांतरित कर दिया गया।
सीएम ने डिब्रूगढ़ में पहली बार आयोजित राज्य सरकार के आधिकारिक गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान यह घोषणा की। शर्मा ने कहा, ‘मैं डिब्रूगढ़ में गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराने का सौभाग्य महसूस कर रहा हूं। अगले तीन वर्षों में, डिब्रूगढ़ भारत का एक महत्वपूर्ण शहर बन जाएगा।’
महाराष्ट्र, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर की तर्ज पर असम :
हिमंत ने कहा कि डिब्रूगढ़ में एक स्थायी विधानसभा भवन बनाया जाएगा, जिसकी आधारशिला अगले साल 25 जनवरी को रखी जाएगी। 2027 से शुरू होकर, शहर को राजनीतिक केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए एक वार्षिक विधानसभा सत्र आयोजित किया जाएगा। महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्य और केंद्र शासित प्रदेश दोहरी राजधानी प्रणाली का पालन करते हैं।
इससे पहले दिन में, असम के सीएम ने शहर में चार प्रमुख फ्लाईओवर की आधारशिला भी रखी, जो कुल 4.4 किलोमीटर में फैले हैं, जिनकी लागत 377 करोड़ रुपये है। शर्मा ने अपने दिन की शुरुआत सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम की एक प्रमुख कंपनी टोक्यो इलेक्ट्रॉन के ताकेशी ओकुबो से मुलाकात करके की। उनकी अत्याधुनिक मशीनों का उपयोग चिप्स विकसित करने के लिए किया जाता है।