The Bengal Files: ‘दो दिन होटल अरेस्ट रही थी बंगाल फाइल्स की टीम’, विवेक अग्निहोत्री का सीएम ममता बनर्जी पर आरोप

थर्ड आई न्यूज

नई दिल्ली I विवेक अग्निहोत्री की आगामी फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’ रिलीज से पहले ही विवादों में फंस गई है। हाल ही में कोलकाता में हुए फिल्म के ट्रेलर रिलीज के दौरान भी जबरदस्त हंगामा देखने को मिला, जहां पुलिस ने इवेंट में पहुंचकर कार्यक्रम को रुकवा दिया। अब सोमवार को दिल्ली में डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने ‘द बंगाल फाइल्स’ को लेकर मीडिया से बातचीत की। इस मौके पर फिल्म के को- प्रोड्यूसर अभिषेक अग्रवाल और एक्ट्रेस पल्लवी जोशी भी मौजूद रहे। इस मौके पर आधे घंटे की एक डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। फिल्म में मेकर्स ने दिखाया कि उन्होंने इस फिल्म के लिए कैसे रिसर्च की। फिल्म के लिए मेकर्स ने उस दौर में दंगे से प्रभावित हुए कई लोगों से बात की और जानकारी इक्कठी की।

भारत के लोकतंत्र पर एक ट्रायोलॉजी बना रहे विवेक अग्निहोत्री :
इस दौरान फिल्म की प्रोड्यूसर और अभिनेत्री पल्लवी जोशी ने फाइल्स फिल्मों की श्रृंखला के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि हमने भारत के लोकतंत्र को लेकर एक ट्रायोलॉजी बनाई है। जिसकी पहली फिल्म ‘द ताशकंद फाइल्स’, जो सच को जानने के अधिकार के बारे में है। आज तक ये पता नहीं चला है कि हमारे दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की मौत कैसे हुई थी। दूसरी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’, जो न्याय के अधिकार की बात करती है। लाखों कश्मीरी पंडित जिन्हें अपना घर छोड़ना पड़ा, आज तक उन्हें न्याय नहीं मिला है। अब तीसरी फिल्म है ‘द बंगाल फाइल्स’, जो जीने के अधिकार की बात करती है। इन तीनों ही फिल्मों में हमने तीन अलग-अलग सच्ची घटनाओं को दिखाया है।

हमने की 18 हजार पन्नों की रिसर्च :
इस दौरान निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने ‘द बंगाल फाइल्स’ कैसे बनी इसको लेकर बात की। उन्होंने बताया कि हमने सर्वाइवर्स से बात की। हमारी रिसर्च ही 18 हजार पन्नों की है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि आज तक भारत के फिल्मी इतिहास में किसी भी निर्देशक-निर्माता ने इतनी गहरी रिसर्च की होगी। ये हमारी जिम्मेदारी है कि अच्छे से रिसर्च करें। क्योंकि जब गांधी फिल्म बनी थी, जिसे कांग्रेस सरकार ने एनएफडीसी के सहयोग से बनवाया था। उस फिल्म ने पूरी दुनिया को भारत की आजादी की लड़ाई के बारे में बताया। उसी का नतीजा है कि आज आपको हर प्रमुख देश में महात्मा गांधी का एक स्टैच्यू मिल जाएगा। इसलिए हमें पता है कि एक फिल्म ऐसे विषय पर कितनी महत्वपूर्ण होती है।

दो साल पहले ही डर गई थीं ममता बनर्जी :
इस दौरान विवेक अग्निहोत्री ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का एक वीडियो भी चलाया। इसके बाद उन्होंने बताया कि यह वीडियो एक-डेढ़ साल पहले का जब हमारी टीम वहां पर रिसर्च करने गई थी। तब हमारी टीम को होटल अरेस्ट कर दिया गया था और दो दिन तक वहां रखा गया था। उन्होंने उस दौरान ही कहा था कि ‘द बंगाल फाइल्स’ की टीम को यहां नहीं आने देंगे। यानी अब से डेढ़ साल पहले ही ममता बनर्जी ने यह तय कर लिया था कि वो हमारी फिल्म को बंगाल में नहीं चलने देंगी और हमें वहां पर अपनी फिल्म का प्रदर्शन नहीं करने देंगी।

काफी जांच के बाद सेंसर बोर्ड से बिना किसी कट के पास हुई फिल्म :
निर्देशक ने आगे कहा कि यह फिल्म कई इतिहासकारों और जानकारों की सलाह से बनाई गई है। जब हमने सेंसर बोर्ड को यह फिल्म दिखाई तो पचासो सवाल खड़े हुए। भारत के सर्वश्रेष्ठ इतिहासकारों को जांच के लिए तैयार की गई कमेटी में बुलाया गया। हमने हर सवाल का कई पन्नों के सबूतों के साथ जवाब दिया। काफी जांच के बाद इस फिल्म को बिना एक भी कट के सेंसर बोर्ड से पास किया गया। इसके बाद हमने इस फिल्म को अमेरिका में अलग-अलग जगह दिखाया, जहां पूरे के पूरे थिएटर्स भरे हुए थे।

कोलकाता में फिल्म के ट्रेलर लॉन्च में हुआ था हंगामा :
हाल ही में कोलकाता में हुए फिल्म के ट्रेलर रिलीज के दौरान भी जबरदस्त हंगामा देखने को मिला, जहां पुलिस ने इवेंट में पहुंचकर कार्यक्रम को रुकवा दिया। इसके बाद विवेक अग्निहोत्री और उनकी पत्नी व अभिनेत्री पल्लवी जोशी ने इस पर नाराजगी जताते हुए प्रदेश सरकार को निशाना बनाया। अब इस विवाद को लेकर निर्देशक विवेक अग्निहोत्री और अभिनेत्री व प्रोड्यूसर पल्लवी जोशी ने आज दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने इससे जुड़े मुद्दों को उठाया और सवालों के जवाब दिए। जानिए इस दौरान उन्होंने क्या कुछ कहा।

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