काज़ीरंगा विश्वविद्यालय ने जारी किया स्पष्टीकरण, जनसंपर्क अधिकारी मुकेश प्रजापत ने कहा – “श्यामकानू महंत का अब विश्वविद्यालय से कोई संबंध नहीं”
थर्ड आई न्यूज़
जोरहाट । असम के प्रतिष्ठित काज़ीरंगा विश्वविद्यालय ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर यह स्पष्ट किया कि श्यामकानू महंत का अब विश्वविद्यालय से किसी भी प्रकार का संबंध नहीं है।
विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी मुकेश प्रजापत ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि श्यामकानू महंत वर्ष 2019 में गवर्निंग बॉडी के सदस्य के रूप में जुड़े थे, लेकिन 2019 से 2024 तक एक भी बोर्ड बैठक में उपस्थित नहीं हुए।
उपस्थिति न देने और सक्रिय भागीदारी के अभाव में साल 2024 में उन्हें गवर्निंग बॉडी से हटा दिया गया।
मुकेश प्रजापत ने कहा —
“आज की तारीख में श्यामकानू महंत का विश्वविद्यालय से कोई संबंध नहीं है। वे न तो किसी सलाहकार समिति के सदस्य हैं और न ही प्रशासनिक स्तर पर उनसे कोई संपर्क है।”
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि 2024–25 की नई गवर्निंग बॉडी का गठन हो चुका है, जिसमें महंत का नाम शामिल नहीं है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन ने नई गवर्निंग बॉडी के सदस्यों के नामों की जानकारी भी साझा की।
काज़ीरंगा विश्वविद्यालय ने इस बयान के माध्यम से सोशल मीडिया पर फैल रही उन अफवाहों को भी खारिज किया, जिनमें श्यामकानू महंत के संस्थान से जुड़े होने के दावे किए जा रहे हैं ।

