IND vs SA: अपने घर में 15 साल बाद भारत को दक्षिण अफ्रीका से मिली हार, तीन ही दिन में कोलकाता टेस्ट गंवाया
थर्ड आई न्यूज
कोलकाता I तेम्बा बावुमा की अगुआई वाली दक्षिण अफ्रीका ने शानदार वापसी करते हुए भारत को पहले टेस्ट मैच में 30 रन से हरा दिया है। भारतीय टीम ने पहली पारी में 30 रनों की बढ़त ली थी, लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने गेंदबाजों के दम पर वापसी की और भारत को हराकर दो मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 15 साल में पहली बार भारत को घरेलू जमीन पर टेस्ट मैच गंवाना पड़ा है।
पूरे दो सत्र भी नहीं टिक सकी भारतीय टीम :
तीसरे दिन दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी 153 रन पर ऑलआउट हुई थी और उसने 123 रनों की बढ़त लेकर भारत के सामने 124 रनों का लक्ष्य रखा था। भारत की बल्लेबाजी दूसरी पारी में बेहद खराब रही और टीम दूसरे ही सत्र में 93 रन पर ऑलआउट हो गई। भारत की बल्लेबाजी इस कदर खराब रही कि टीम के छह बल्लेबाज दहाई अंक तक भी नहीं पहुंच सके। भारतीय टीम के बल्लेबाज पूरे समय संघर्ष करते नजर आए और पूरे दो सत्र भी बल्लेबाजी नहीं कर सके।
2010 के बाद भारतीय जमीन पर द.अफ्रीका ने जीता टेस्ट :
दक्षिण अफ्रीका के लिए इस टेस्ट मैच में जीत हासिल करना विशेष है। उसने इस मैच से पहले आखिरी बार भारतीय जमीन पर फरवरी 2010 में टेस्ट मैच जीता था। उस वक्त टीम ने भारत को पारी और छह रनों से हराया था। इसके बाद उसने भारत के खिलाफ भारत में आठ टेस्ट मैच खेले जिसमें से भारतीय टीम ने सात मैच जीते, जबकि एक ड्रॉ रहा। लेकिन बावुमा की अगुआई में दक्षिण अफ्रीका ने इस तिलिस्म को तोड़ा और 15 वर्षों का सूखा समाप्त करने में सफल रही।
ईडन गार्डेंस में मुश्किल है चेज :
ईडेन गार्डेंस में टेस्ट में लक्ष्य का पीछा करते हुए टीमें कम ही सफल होती हैं। ईडेन गार्डेंस में सबसे सफल लक्ष्य की बात करें तो 2004 में भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 117 रनों का लक्ष्य हासिल किया था। इसके बाद इस मैदान पर कभी 100 से अधिक रनों का लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सका है। भारत के पास इस मैच में इस मैदान पर टेस्ट मैच का सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का मौका था, लेकिन टीम इसमें सफल नहीं हो सकी।
कप्तान के तौर पर बावुमा की चमक बरकरार :
इस मैच में दक्षिण अफ्रीका जीत दर्ज कर सकी तो उसका सबसे बड़ा कारण कप्तान बावुमा है। भारतीय टीम ने पहली पारी के आधार पर बढ़त ली थी और फिर दूसरी पारी में गेंदबाजों ने मेहमान टीम को सस्ते में रोक दिया था। लेकिन बावुमा टिके रहे और उन्होंने नाबाद अर्धशतक लगाया जिससे टीम भारत के सामने 120+ रन का लक्ष्य रखने में सफल रही। कप्तान के तौर पर वह अब तक अपराजेय चल रहे हैं। उन्होंने 11 टेस्ट मैच में टीम की कमान संभाली है जिसमें से 10 में टीम को जीत मिली है।
खराब शॉट खेलकर आउट हुए अक्षर :
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत बेहद खराब रही थी और टीम ने एक रन के स्कोर पर यशस्वी और केएल राहुल दोनों के विकेट गंवा दिए थे। भारत को वाशिंगटन सुंदर और ध्रुव जुरेल ने संभालने की कोशिश की, लेकिन यह साझेदारी भी ज्यादा देर नहीं चली। भारत के लिए सबसे ज्यादा रन वाशिंगटन सुंदर ने बनाए जो 31 रन बनाकर आउट हुए। अक्षर पटेल अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे और उन्होंने केशव महाराज पर लगातार चौके-छक्के लगाकर भारत को जीत दिलाने की कोशिश भी की, लेकिन खराब शॉट खेलकर वह पवेलियन लौट गए। अक्षर के पास क्रीज पर टिके रहकर मैच जिताने का मौका था, लेकिन वह जल्दबाजी में अपना विकेट गंवा बैठे।
भारतीय बल्लेबाजों पर भारी पड़े दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर :
अक्षर को आउट करने के बाद केशव ने मोहम्मद सिराज को आउट कर भारत की पारी ढेर कर दी। भारत के लिए कप्तान शुभमन गिल दूसरी पारी में भी बल्लेबाजी नहीं करने उतरे। मालूम हो कि गिल दूसरे दिन बल्लेबाजी करते वक्त चोटिल हो गए थे जिसके बाद उन्हें शनिवार की रात अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर पूरी तरह भारतीय बल्लेबाजों पर भारी पड़े। भारत के लिए वाशिंगटन और अक्षर के अलावा रवींद्र जडेजा ने 18, ध्रुव जुरेल ने 13, ऋषभ पंत ने 2, केएल राहुल ने 1 और कुलदीप यादव ने 1 रन बनाए। जसप्रीत बुमराह खाता खोले बिना नाबाद लौटे। दक्षिण अफ्रीका के लिए सिमोन हार्मर ने चार विकेट लिए, जबकि मार्को यानसेन और केशव महाराज ने दो-दो विकेट लिए। वहीं, एडेन मार्करम को एक विकेट मिला।

