चुनाव से पहले बूथ सशक्तिकरण पर पीएम मोदी का जोर, भाजपा कार्यकर्ताओं को दिया जमीनी स्तर पर सक्रियता का मंत्र
थर्ड आई न्यूज
गुवाहाटी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को असम दौरे के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के असम मुख्यालय अटल बिहारी वाजपेयी भवन में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए संगठन को मजबूत करने का स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए जमीनी स्तर पर अधिक सक्रियता, बूथ स्तर पर संगठन को सुदृढ़ करने और सोशल मीडिया के प्रभावी उपयोग पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि केवल नारेबाजी से आगे बढ़ते हुए संगठनात्मक मंत्रों को निरंतर और ठोस कार्य में बदलना होगा। भाजपा के बहुचर्चित नारे “मेरा बूथ सबसे मजबूत” का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक नारा बनकर न रह जाए, बल्कि इसका प्रभाव जमीनी स्तर पर स्पष्ट रूप से दिखाई देना चाहिए।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे बूथों का नियमित दौरा करें, पन्ना प्रमुखों से संपर्क बनाए रखें और घर-घर जाकर मतदाताओं से सीधा संवाद स्थापित करें। प्रधानमंत्री ने कहा, “घर-घर पहुंचकर और व्यक्तिगत संबंध बनाकर ही हम मतदाताओं का विश्वास और दिल जीत सकते हैं, जिससे लोकतांत्रिक आधार मजबूत होगा।”
चुनावी रणनीति पर बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यकर्ताओं से सवाल किया कि चुनाव का मुख्य मुद्दा क्या होना चाहिए। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार की विकासोन्मुखी योजनाओं और जनकल्याणकारी पहलों को ही चुनावी अभियान का केंद्र बनाया जाए।
स्वच्छ शासन पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार मुक्त असम और भ्रष्टाचार मुक्त भारत के प्रति भाजपा की प्रतिबद्धता दोहराई और पार्टी कार्यकर्ताओं से इस संकल्प को जमीनी स्तर पर ठोस कार्रवाई में बदलने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने असम में अवैध विदेशी नागरिकों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाइयों की भी सराहना की। उन्होंने इन लंबे समय से लंबित मुद्दों से निपटने में राज्य सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति और प्रशासनिक संकल्प की प्रशंसा की।
मतदाताओं से लक्षित संवाद की आवश्यकता पर बल देते हुए प्रधानमंत्री ने “मुख्य मतदाताओं” पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने युवाओं और महिलाओं को सबसे महत्वपूर्ण वर्ग बताते हुए कहा कि उनकी आकांक्षाएं और भागीदारी ही चुनावी परिणामों की दिशा तय करेंगी।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया पर अत्यधिक सक्रिय रहने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने सोशल मीडिया को डिजिटल युग में राजनीतिक संवाद, जनसंपर्क और विचार निर्माण का एक सशक्त माध्यम बताया।

