आरबीआई रिपोर्ट: भारत का सबसे तेजी से बढ़ता राज्य बना असम
थर्ड आई न्यूज
गुवाहाटी। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, पिछले पाँच वर्षों में असम भारत की सबसे तेजी से बढ़ती राज्य अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है। यह उपलब्धि न केवल असम की आर्थिक मजबूती को दर्शाती है, बल्कि राष्ट्रीय विकास में पूर्वोत्तर भारत की बढ़ती भूमिका को भी रेखांकित करती है।
स्थिर मूल्यों पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) से जुड़े आरबीआई के आँकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2020 से 2025 के बीच असम की अर्थव्यवस्था में 45 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। यह वृद्धि देश के सभी प्रमुख राज्यों में सर्वाधिक है और इसी अवधि में राष्ट्रीय औसत वृद्धि दर से कहीं अधिक है।
रिपोर्ट के अनुसार, असम का GSDP वित्त वर्ष 2020 में 2.4 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 में 3.5 लाख करोड़ रुपये हो गया। इस तेज़ आर्थिक विस्तार में कृषि, तेल एवं गैस क्षेत्र के साथ-साथ पूर्वोत्तर में बुनियादी ढांचे में बड़े पैमाने पर हुए निवेश की अहम भूमिका रही है।
असम का यह प्रदर्शन भारत की विकास गाथा में एक व्यापक बदलाव की ओर संकेत करता है, जहाँ आर्थिक प्रगति अब कुछ चुनिंदा क्षेत्रों तक सीमित न रहकर कई राज्यों के योगदान से आगे बढ़ रही है।
राष्ट्रीय स्तर पर देखें तो भारत का वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) वित्त वर्ष 2020 में 145.35 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 में 187.97 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो लगभग 29 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। इसके मुकाबले, शीर्ष दस तेज़ी से बढ़ती राज्य अर्थव्यवस्थाओं ने 30 से 45 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की है।
असम के बाद तमिलनाडु दूसरे स्थान पर रहा, जहाँ 39 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। राज्य की अर्थव्यवस्था 12.4 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 17.3 लाख करोड़ रुपये हो गई, जिसे ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, वस्त्र और सेवा क्षेत्र का मजबूत आधार मिला।
कर्नाटक 36 प्रतिशत वृद्धि के साथ तीसरे स्थान पर रहा, जहाँ तकनीकी सेवाओं, स्टार्टअप्स, जैव प्रौद्योगिकी और उन्नत विनिर्माण ने अर्थव्यवस्था को गति दी।
उत्तर प्रदेश ने 35 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की, जबकि राजस्थान की अर्थव्यवस्था 34 प्रतिशत बढ़ी, जिसे खनन, नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यटन और सीमेंट उद्योग से बल मिला।
बिहार और आंध्र प्रदेश दोनों में 33 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
छत्तीसगढ़ और झारखंड ने 31-31 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की, जबकि तेलंगाना 30 प्रतिशत वृद्धि के साथ शीर्ष दस राज्यों की सूची में शामिल रहा।
रिपोर्ट के अनुसार, असम के विकास चार्ट में शीर्ष पर रहने से यह स्पष्ट होता है कि भारत की आर्थिक गति का संतुलन अब पूर्वोत्तर की ओर भी मजबूती से बढ़ रहा है, जिससे यह क्षेत्र राष्ट्रीय विकास मानचित्र पर एक केंद्रीय स्थान हासिल कर रहा है।


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