नगांव के सबसे बड़े श्याम संकीर्तन की तैयारियां शुरू, नंदू जी महाराज,रजनी राजस्थानी एंव अनुभव अग्रवाल बहायेंगे भजनों की रसगंगा

थर्ड आई न्यूज
नगांव से डिंपल शर्मा
नगांव में अभी तक के सबसे बड़े श्याम प्रभु के वार्षिक उत्सव एंव फाल्गुन महोत्सव की तैयारी जोर-जोर से चल रही है I महोत्सव आगामी 15 व 16 फरवरी को दो दिवसीय कार्यक्रम के साथ शहर की धार्मिक संस्था श्री श्याम परिवार,नगांव द्वारा आयोजित किया जाएगा I इस संदर्भ में परिवार की तरफ से राहुल भजनका और नितेश खेड़िया ने बताया कि इस दो दिवसीय आयोजन को भव्य रूप से मनाने के लिए हमने तैयारी लगभग पूरी कर ली है। मिली जानकारी के मुताबिक आयोजन के पहले दिन 15 फरवरी को बाबा के परम भक्त एवं पुजारी हरीश शर्मा के सानिध्य में बाबा के शीश का आगमन होगा। उक्त दिन दोपहर 2:30 बजे से पाठ वाचक मेहुल शर्मा (चूरू) द्वारा बाबा श्री श्याम के जीवन वृतांत पर कथा की प्रस्तुति दी जाएगी। नगांव में पहली बार अखंड ज्योति पाठ नृत्य नाटिका के साथ संपन्न होगा। कोलकाता से बुलाए गए तुलिका नृत्य नाटिका ग्रुप द्वारा नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी जाएगी।
आयोजन के दूसरे दिन 16 फरवरी को बाबा श्याम के दरबार में बाहर से आमंत्रित भजन गायक नंदकिशोर शर्मा (नंदू जी महाराज) अहमदाबाद वाले, सुप्रसिद्ध भजन गायिका रजनी राजस्थानी जयपुर और टाटानगर से आमंत्रित भजन गायक अनुभव अग्रवाल द्वारा भजनों की रसगंगा बहाई जाएगी। इस विशाल आयोजन को लेकर सेठ मेघराज अग्रवाल स्मृति भवन को आकर्षक रूप से सजाया जा रहा है । बताया गया है कि इस दो दिवसीय आयोजन में भजन कीर्तन के अलावा बाबा का मनमोहक दरबार, दिव्यजोत का प्रज्वलन, मोरछड़ी का झाड़ा, श्याम रसोई, इत्र वर्षा, छप्पन भोग के साथ श्री श्याम परिवार द्वारा अतिथियों का सत्कार मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगा। इसके साथ ही एक अन्य जानकारी के मुताबिक 16 फरवरी को सुबह 8:15 बजे से एक निशान यात्रा श्री गणेश श्री दुर्गा मंदिर से आयोजन स्थल सेठ मेघराज अग्रवाल स्मृति भवन तक निकाली जाएगी। इस निशान यात्रा के लिए श्री श्याम परिवार के भक्त मदन मुरारी बजाज, संजय पोद्दार, मुकेश पोद्दार,हेमंत अग्रवाल, सुनीता भजनका और डिंपल शर्मा से संपर्क किया जा सकता है। इस दो दिवसीय आयोजन को लेकर शहरवासियों में गजब का उत्साह देखा जा रहा है। स्मरण रहे कि श्री श्याम परिवार के वार्षिक संकीर्तन में जिले के अलावा समूचे असम से भक्त बड़ी संख्या में बाबा के दरबार में अपनी मौजूदगी दर्ज कराते हैं।