ग्वालपाड़ा: सीस बायोटेक के नए प्रशासनिक भवन का भव्य उद्घाटन, जिला आयुक्त ने की शुरुआत

थर्ड आई न्यूज
ग्वालपाड़ा I सतत और हरित ऊर्जा उत्पादन में अग्रणी सीस बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड ने आज ग्वालपाड़ा के मटिया औद्योगिक विकास केंद्र स्थित अपनी इथेनॉल इकाई में नवीन प्रशासनिक भवन का औपचारिक उद्घाटन किया। इस अवसर पर ग्वालपाड़ा जिला आयुक्त खनिंद्र चौधरी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में वन विभाग, स्थानीय प्रशासन, औद्योगिक क्षेत्र तथा शैक्षणिक संस्थानों से कई विशिष्ट अतिथियों ने भाग लिया।
जिला आयुक्त चौधरी ने नए भवन का उद्घाटन कर परिसर में वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत की, जो कंपनी की पर्यावरणीय प्रतिबद्धता और सामुदायिक सहभागिता को रेखांकित करता है।
उद्योग की दिशा में बड़ा कदम
सीस बायोटेक की यह इथेनॉल उत्पादन इकाई प्रतिदिन 140 किलो लीटर ईंधन-ग्रेड इथेनॉल का उत्पादन करती है। वर्तमान में इस संयंत्र में 200 से अधिक स्थानीय लोग प्रत्यक्ष रूप से और 100 से अधिक अप्रत्यक्ष रूप से कार्यरत हैं, जो राज्य के औद्योगिक परिदृश्य को सशक्त बना रहे हैं।
कर्मचारी हित में विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा :
कंपनी के निदेशक समर्थ हरलालका ने उद्घाटन समारोह में कहा, “नवीन प्रशासनिक भवन हमारे कर्मचारियों के लिए एक प्रेरणादायी और सुविधाजनक कार्य वातावरण प्रदान करेगा। यह हमारी इस सोच को दर्शाता है कि समृद्ध बुनियादी ढांचा नवाचार व विकास की नींव है।”
उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा के नेतृत्व में असम सरकार द्वारा उद्योग-मैत्रीपूर्ण वातावरण उपलब्ध कराने हेतु आभार प्रकट किया।
हरित ऊर्जा की दिशा में अग्रणी पहल :
सीस बायोटेक की इथेनॉल सुविधा भारत की पहली ऐसी इकाई है, जिसमें लैम्बियन-थर्मैक्स तकनीक आधारित 100% बांस ईंधन वाला आरजी बॉयलर स्थापित किया गया है। साथ ही, यह संयंत्र स्थानीय किसानों से अनाज की खरीद कर क्षेत्रीय कृषि और अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करता है।
समापन में हरलालका ने कहा, “हरित ऊर्जा की लहर अब असम में भी है, और हमें इसमें अग्रणी भूमिका निभाने पर गर्व है। हमारा लक्ष्य ‘हरित गतिशीलता को पुनर्परिभाषित करना’ है, और इसी दिशा में हम नवाचार और सतत विकास की ओर अग्रसर हैं।”
यह आयोजन ग्वालपाड़ा को उद्योग और नवाचार के मानचित्र पर स्थापित करने की दिशा में एक अहम मील का पत्थर साबित हुआ।