Sensex Closing Bell: शेयर बाजार उतार-चढ़ाव के बाद हरे निशान पर हुआ बंद; सेंसेक्स 260 अंक चढ़ा, निफ्टी सपाट

थर्ड आई न्यूज
नई दिल्ली I घरेलू शेयर बाजार में हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन उतार-चढ़ाव के बाद हरे निशान पर क्लोजिंग हुई। शुक्रवार को 30 शेयरों वाला बीएई सेंसेक्स 259.75 (0.32%) अंक मजबूत होकर 80,501.99 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 935.69 अंक या 1.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 81,177.93 अंक पर पहुंच गया था। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में एनएसई निफ्टी 12.50 अंक अथवा 0.05 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 24,346.70 अंक पर बंद हुआ।
बाजार में दिखा सकारात्मक माहौल :
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता और रिकॉर्ड जीएसटी संग्रह की खबरों के बीच शुक्रवार को बाजार में सकारात्मक माहौल दिखा। विदेशी निवेशकों की खरीदारी ने भी बाजार में बढ़त को बढ़ावा दिया। मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, “बाजार पहले छमाही में काफी अस्थिर रहा और करीब 1,000 अंकों के उतार-चढ़ाव के बाद सीमित दायरे में बंद हुआ और बैंकिंग व आईटी शेयरों में चुनिंदा खरीदारी के कारण बढ़त के साथ बंद हुआ। हाल की तेजी के बाद निवेशकों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी और व्यापक बाजार कमजोर होकर बंद हुआ। भू-राजनीतिक तनाव और चल रहे टैरिफ युद्ध के बीच नाजुक वैश्विक माहौल के कारण निवेशक शेयरों पर बड़ा दांव नहीं लगा रहे हैं।”
अदाणी पोर्टस के शेयरों में 4% की तेजी :
सेंसेक्स की कंपनियों में से अदाणी पोर्ट्स में 4 प्रतिशत से अधिक की तेजी आई। कंपनी ने मार्च तिमाही के शुद्ध लाभ में 50 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। चालू वित्त वर्ष के लिए वर्ष-दर-वर्ष उच्च राजस्व वृद्धि का अनुमान जारी किया। बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, मारुति, टाटा मोटर्स, आईटीसी, टाटा स्टील और रिलायंस इंडस्ट्रीज भी लाभ में रहे। नेस्ले, एनटीपीसी, कोटक महिन्द्रा बैंक, पावर ग्रिड और टाइटन पिछड़ने वाले शेयरों में शामिल रहे।
अप्रैल में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर में सुधार :
वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) संग्रह अप्रैल में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 12.6 प्रतिशत बढ़कर लगभग 2.37 लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। इस बीच, शुक्रवार को एक मासिक सर्वेक्षण में कहा गया कि भारतीय विनिर्माण क्षेत्र में विकास की गति अप्रैल में सुधरी है। मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) मार्च में 58.1 से बढ़कर अप्रैल में 58.2 हो गया, जो दस महीनों में इस क्षेत्र के स्वास्थ्य में सबसे मजबूत सुधार दर्शाता है।