India vs PAK: ‘राफेल जेट और एस-400 यूं ही नहीं आ जाते’, असम सीएम ने जीएसटी को बताया ईश्वर का आशीर्वाद

थर्ड आई न्यूज
गुवाहाटी I असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने जीएसटी की तारीफ करते हुए इसे ईश्वर का आशीर्वाद बताया, जो भारत को एकजुट करता है। उन्होंने कहा कि जीएसटी कभी भी गब्बर सिंह टैक्स नहीं था। असम सीएम की टिप्पणी को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज माना जा रहा है, जिन्होंने अपने एक बयान में जीएसटी की आलोचना करते हुए इसे गब्बर सिंह टैक्स बताया था।
असम सीएम ने क्या कहा :
असम सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ‘राफेल लड़ाकू विमान और एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम यूं नहीं नहीं आ गए हैं। बल्कि ये हमारे करदाताओं की ताकत से बने हैं। यही वजह है कि जीएसटी कभी भी गब्बर सिंह टैक्स नहीं था। ये तो ईश्वर द्वारा भेजा गया टैक्स है, जो भारत को एकजुट करता है और देश की सुरक्षा, विकास और इसके जुझारूपन को वित्तपोषित करता है।’
गौरतलब है कि भारत पाकिस्तान के बीच इन दिनों संघर्ष छिड़ा हुआ है, जिसमें भारत के राफेल लड़ाकू विमान और एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम अहम भूमिका निभा रहे हैं। राफेल लड़ाकू विमानों ने जहां बीते बुधवार को पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर हमले में अहम भूमिका निभाई। वहीं एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने बुधवार की रात पाकिस्तान के हमले को नाकाम किया। एस-400 ने पाकिस्तान के सभी ड्रोन्स और मिसाइल को हवा में ही तबाह कर दिया।
क्या है एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम :
एस-400 वायु रक्षा प्रणाली उपकरणों का एक नेटवर्क है, जिसे हवाई खतरों से निपटने के लिए किसी विशिष्ट क्षेत्र में तैनात किया जाता है। यह दुश्मन के लड़ाकू विमानों, मिसाइलों और ड्रोन्स को हवा में ही निशाना बनाने के लिए डिजाइन किया गया है। एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भारतीय वायुसेना के सबसे ताकतवर हथियारों में से एक माना जाता है। यह किसी भी संभावित खतरे को हवा में ही तबाह करने में सक्षम है। एस-400 मिसाइल सिस्टम को चीन और पाकिस्तान के खतरे को ध्यान में रखकर तैनात किया गया है। इसकी रेंज 40 से 400 किलोमीटर के बीच है। भारत और रूस के बीच साल 2018 में एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम का सौदा हुआ था। सौदे के तहत भारत को एस-400 मिसाइल सिस्टम की तीन रेजीमेंट मिल चुकी हैं। भारत को अभी दो और रेजीमेंट मिलनी हैं, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से उनमें देरी हुई है और अब उनके साल 2026 में मिलने की उम्मीद है।
राफेल की ताकत है बेजोड़ :
राफेल लड़ाकू विमान भारत ने फ्रांस से खरीदे हैं। ये विमान महज एक मिनट में 60 हजार फुट की ऊंचाई तक जा सकता है। राफेल की अधिकतम स्पीड 2,130 किमी/घंटा और 3700 किलोमीटर तक मारक क्षमता। अधिकतम भार उठाकर इसके उड़ने की क्षमता 24500 किलोग्राम है। यह परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। विमान में ईंधन क्षमता 17 हजार किलोग्राम है। यह दो इंजन वाला लड़ाकू विमान है, जो हर तरह के मिशन में भेजा जा सकता। 24,500 किलो उठाकर ले जाने में सक्षम राफेल लड़ाकू विमान 60 घंटे अतिरिक्त उड़ान की गारंटी देता है। 150 किलोमीटर की दूरी तक इससे दागी जाने वाली मिसाइल दुश्मन की नजर में जल्दी से नहीं आती। साथ ही यह हवा से जमीन पर मार करने में भी सक्षम है। राफेल जेट स्कैल्प मिसाइल से लैस है। स्कैल्प मिसाइल की रेंज 300 किलोमीटर है।