चाय श्रमिकों को प्रदान की जाएगी भूमि: सांसद तासा
थर्ड आई न्यूज
जोरहाट से नीरज खंडेलवाल
असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए 200 साल से रह रहे चाय बागान श्रमिकों को भूमि का अधिकार दिया है। इस आशय की जानकारी जोरहाट प्रेस क्लब में आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन के दौरान सांसद कामाख्या प्रसाद तासा ने दि। उन्होंने कहा कि 200 वर्षों से असम के विभिन्न इलाकों में निवास करने तथा असमिया भाषा और संस्कृति में घुल मिल जाने के बावजूद भूमि का अधिकार बागान मालिकों के हाथ में ही था।
असम सरकार ने एक कानून बनाकर यह ऐतिहासिक निर्णय लिया। कुल 825 चाय बागानों के तीन लाख से अधिक श्रमिकों को प्रति व्यक्ति एक बीघा भूमि मिलेगी। सांसद कामाख्या प्रसाद तासा ने मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने चाय श्रमिकों की मजदूरी बढ़ाई है। इसके अलावा उन्हें 5 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी।
हालांकि, कुछ चाय श्रमिकों ने इस एकमुश्त सहायता के बदले भूमि का पट्टा, राशन, बकाया मजदूरी आदि अपने अधिकार मांगे हैं। उन्होंने कहा कि मजदूरी वृद्धि और बकाया का भुगतान जैसे मांगें पूरी होने पर ही वे वास्तव में लाभान्वित होंगे।
इसलिए यह निर्णय चाय श्रमिकों के जीवन पर क्या प्रभाव डालेगा, यह समय बताएगा।इस दौरान भाजपा नेता शांतनु पुजारी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

